अजमेर पुलिस की खुल गई पोल
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 18 दिसम्बर को शहर भर में जुए के अड्डों और अवैध शराब के ठिकानों पर जिस प्रकार की कार्यवाही की उस से अजमेर पुलिस की पोल खुल गई है। कांग्रेसियों ने भले ही किसी भी स्वार्थ की वजह से अपराधीतत्वों के खिलाफ कार्यवाही की हो, लेकिन सवाल उठता है कि संबंधित क्षेत्र के थानाधिकारियों, डीएसपी और एसपी को इस अवैध कारोबार की जानकारी नहीं थी? सब जानते हैं कि अवैध शराब और जुए सट्टे का कारोबार पुलिस की मदद से ही होता है। कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं ने छापामार कार्यवाही कर अजमेर पुलिस की पोल खोल दी है। अजमेर में महेन्द्र सिंह चौधरी पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। चौधरी डीएसपी से पदोन्नत होकर आईपीएस बने हैं। चौधरी को थानाधिकारियों के कामकाज की अच्छी जानकारी है। अब जब कांग्रेसियों ने पुलिस की पोल खोल दी है, तब काम से कम दो तीन महीने तक अवैध शराब की बिक्री और जुए सट्टे का कारोबार बंद रहना ही चाहिए। जहां तक कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं का सवाल है उनका मकसद पुरा हो चुका है। अब इस तरह की छापेमारी की मशक्कत इन कायर्ककर्ताओं को शायद ही करनी पड़े। (एस.पी.मित्तल)(spmittal.blogspot.in)
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