अजमेर नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष नरेन शाहनी के लैंड फोर लैंड के घोटाले की जांच अब सीबीआई से हो सकती है। इस मामले की 19 अगस्त को राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनीष भंडारी के समक्ष सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान डीजीपी मनोज भट्ट एसीबी के एडीजी नवदीप सिंह भी उपस्थित रहे। शिकायतकर्ता अजमद खान के वकील इन्द्रेश कुमार ने न्यायालय से कहा कि एसीबी अपने ही दर्ज मुकदमों की जांच ईमानदारी के साथ नहीं कर रही है। इस मामले में जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपी है, उन्हीं की मांग पर जांच को बदला गया। एसीबी की भीलवाड़ा शाखा के बजाए अजमेर शाखा से जांच करवाई गई तो आरोपियों को दोषमुक्त बताया गया। वकील ने आग्रह किया कि अब इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। इस पर न्यायाधीश भंडारी ने अतिरिक्त महासचिव अनुराग शर्मा से सरकार का पक्ष रखने को कहा और मामले की सुनवाई के लिए 21 अगस्त की तारीख तय की। एसीबी की ओर से एक बार फिर आग्रह किया गया कि शाहनी प्रकरण की जांच जारी है, लेकिन न्यायाधीश भंडारी ने एसीबी की अब तक की कार्यवाही पर गहरी नाराजगी प्रकट की है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511
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