Sunday, 31 August 2025
बच्चों के जन्म में परेशानी का सबसे बड़ा कारण अधिक उम्र में विवाह करना है-डॉ. सुधा चंडक। 9 माह से पहले जन्म लेने वाले नवजात में सबसे बड़ा रोग आंखों का होता है-डॉ. विनीत चंडक।
बदलते सामाजिक परिवेश में नव दंपत्तियों के सामने सबसे पहले तो बच्चा न होने की समस्या है और जब गर्भधारण हो जाता है तो बच्चे के सुरक्षित जन्म लेने की बड़ी चुनौती होती है। ऐसी समस्याओं से आजकल अधिकांश परिवार परेशान है। अजमेर के वैशाली नगर स्थित चंडक अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा चंडक ने बताया कि परिवारों के सामने सुरक्षित बच्चे के जन्म को लेकर बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। अधिकांश गर्भवती महिलाएं इस परेशानी से गुजर रही हैं। गर्भधारण के साथ ही महिला को अनेक प्रकार की जांचें करवाने की सलाह दी जाती है, जिस पर हजारों रुपया खर्च होता है। जांच के बाद गर्भ में पल रहे बच्चे को लेकर जो जानकारियां दी जाती है उससे भी गर्भवती महिला और परिजनों में तनाव हो जाता है। जब निर्धारित 9 माह (40 सप्ताह) की अवधि से पहले बच्चे के जन्म हो जाता है तो फिर नवजात को जिंदा रखना बड़ी चुनौती होती है। डॉ. सुधा चंडक ने बताया कि बदलते सामाजिक परिवेश में अब अधिकांश युवा 30 वर्ष की उम्र के बाद विवाह कर रहे हैं और विवाह के पांच वर्ष बाद बच्चा जनने की योजना बनाई जाती है। जब कोई युवती 35 से 40 वर्ष की उम्र में गर्भधारण करती है तो उसे अनेक प्रकार की परेशानियां होती है। इनमें गर्भवती को हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, खून की कमी, गर्भ में संक्रमण, जुड़वा व अधिक रोगों का होना, तनाव शारीरिक थकावट जैसे रोग होते हैं। जो महिलाएं शराब आदि मादक पदार्थों का सेवन करती हैं उन्हें तो ज्यादा परेशानी होती है। डॉ. सुधा चंडक ने बताया कि संयुक्त परिवार के जमाने में 20 से 25 वर्ष की उम्र में विवाह हो जाता था और तब बच्चे भी स्वस्थ होते थे। बच्चों के जन्म में खानपान की भी बड़ी समस्या हो गई है। जंक फूड खाने से गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे बच्चों को भी खतरा रहता है। डॉ. सुधा चंडक ने बताया कि यदि सही चिकित्सा सलाह मिले तो समय से पूर्व होने वाले बच्चों को भी सुरक्षित और स्वस्थ रखा जा सकता है। उनके वैशाली नगर स्थित चंडक अस्पताल में सुरक्षित प्रसव की समुचित व्यवस्था है। अस्पताल में आधुनिक उपकरण और ऑपरेशन थियेटर भी है।
आंखों पर असर:
चंडक अस्पताल के निदेशक और सुप्रसिद्ध नेत्र रोग विशेष डॉ. विनीत चंडक ने बताया कि जब बच्चे का जन्म 9 माह चालीस सप्ताह से पहले होता है तो नवजात की आंखों पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। चूंकि नवजात की आंखें बेहद कोमल और नाजुक होती है, इसलिए इलाज की भी जटिल प्रक्रिया है। यदि नवजात का समय रहते इलाज नहीं करवाया गया तो स्थाई रूप से अंधापन भी हो सकता है। समय से पूर्व होने वाले शिशु को रेटिनोपैथी ऑफ प्री मैच्योरिटी (आरओपी) का रोगी माना जाता है। इस रोग में आंखों की रक्त वाहिकाएं असामान्य रूप से बढ़ती है, जिससे रेटिना का इलाज न होने पर यह स्थायी अंधापन का कारण बन सकती है। सूजन खून का रिसाव यहां तक कि रेटिना का अलग हो जाना भी हो सकता है। इस रोग का निदान एक विशेषज्ञ नेत्र चिकित्सक की कर सकता है। इस रोग की जांच शिशु के जन्म के चार सप्ताह के अंदर करनी चाहिए। लेजर थेरेपी से असामान्य रक्त वाहिकाओं को नष्ट किया जाता है। लेजर थेरेपी नेत्र विशेषज्ञ ही कर सकता है। रेटिना में नई रक्त वाहिकाओं की वृद्धि को रोकने के लिए इंजेक्शन भी लगाए जाते हैं। रेटिना अलग हो जाए तो सर्जरी भी की जाती है। डॉ. चंडक ने कहा कि 40 सप्ताह से पहले जन्म लेने वाले सभी बच्चों की आंखों की जांच करना बेहद जरूरी है। यदि समय पर इलाज नहीं हुआ तो स्थाई अंधापन भी हो सकता है। डॉ. चंडक ने बताया कि उनके वैशाली नगर स्थित अस्पताल में बच्चों की आंखों की लेजर थेरेपी की सभी सुविधाएं उपलब्ध है। यही वजह है कि प्रदेशभर अभिभावक अपने नवजात शिशुओं की आँखों का इलाज करवाने के लिए उनके अस्पताल आते हैं।
परंपरागत सेवा:
अजमेर के वैशाली नगर स्थित नवनिर्मित चंडक अस्पताल के निदेशक डॉ. विनीत चंडक के पिता एल.एन. चंडक स्वयं भी नेत्र विशेषज्ञ हैं। अजमेर के खाईलैंड मार्केट में चंडक परिवार का नेत्र चिकित्सालय भी है। सेवा के कार्य को विस्तार देते हुए अब अजमेर के वैशाली नगर में भव्य चंडक अस्पताल की शुरुआत की गई है। इस नवनिर्मित अस्पताल में नेत्र चिकित्सा के अलावा नवजात शिशुओं के इलाज की भी विशेष सुविधाएं उपलब्ध है। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9352994557 पर डॉ. विनीत चंडक से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (31-08-2025)
Website- www.spmittal.in
Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog
Follow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11
Blog- spmittal.blogspot.com
To Add in WhatsApp Group- 9166157932
To Contact- 9829071511
No comments:
Post a Comment