Monday 23 November 2020

क्या मंदिर परिसर में एक हिन्दू लड़की से प्रेमालाप करने से ही हो सकता है सूटेबल ब्वॉय? ऐसी वेब सीरिज़ का बहिष्कार होना चाहिए। क्या ऐसे अश्लील दृश्य हिन्दू के अलावा किसी अन्य धार्मिक स्थल पर फ़िल्माए जा सकते हैं?

क्या मंदिर परिसर में एक हिन्दू लड़की से प्रेमालाप करने से ही हो सकता है सूटेबल ब्वॉय? ऐसी वेब सीरिज़ का बहिष्कार होना चाहिए। क्या ऐसे अश्लील दृश्य हिन्दू के अलावा किसी अन्य धार्मिक स्थल पर फ़िल्माए जा सकते हैं? ============== समाज में सदभावना बनी रहे यह जरूरी है। लेकिन ऐसी सदभावना सभी वर्गों में दिखनी चाहिए। आधुनिकता और प्रगतिशील विचारों की आड़ में यदि सिर्फ एक समुदाय को ही निशाना बनाया जाएगा तो इससे सदभावना नहीं बनेगी। टीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर अ सूटेबल ब्वॉय वेब सीरिज़ जारी हो रही है। यह वेब सीरिज़ हिन्दू समुदाय को चिढ़ाने वाली है। वेबसीरीज के दृश्यों में हिन्दू धार्मिक स्थलों का मज़ाक उड़ाया गया है। सीरिज़ के एक दृश्य में एक मुस्लिम लड़के को हिन्दू लड़की के साथ प्रेमालाप दिखाया गया है। यह प्रेमालाप मंदिर परिसर में राम धुन की आवाज़ के बीच फिल्माया गया है। सवाल उठता है कि एक मंदिर परिसर में हिन्दू लड़की के साथ प्रेमालाप करने से ही कोई सूटेबल ब्वॉय बन जाएगा? सवाल यह भी है क्या ऐसे अश्लील दृश्य किसी अन्य धर्म के धार्मिक स्थल पर फ़िल्माए जा सकते हैं? चूंकि यह सीरिज़ हिन्दू समुदाय की भावना को आहत करने वाली है, इसलिए मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने जांच के निर्देश दिए हैं। असल में लम्बे अर्से से भारत की सनातन संस्कृति पर ऐसे सांस्कृतिक हमले होते रहे हैं। विकृत मानसिकता के लोग ऐसी फिल्मे और सीरिज़ बनाते रहे हैं। जबकि इतिहास गवाह है कि सनातन संस्कृति को मानने वाले लोगों ने लम्बे समय तक अत्याचार सहे हैं। भारत में मंदिरों को तोड़े जाने की घटनाएँ इसकी गवाह है। सब जानते हैं कि किन आक्रमणकारियों ने हमारी मंदिर तोड़े हैं। लेकिन अब फिल्मों और वेबसीरीज में उदार चेहरा प्रस्तुत किया जा रहा है। क्या हिन्दू लड़की से प्रेमालाप करने से ही कोई सूटेबल ब्वॉय हो जाएगा। अब समय आ गया है जब जैसी सीरीजों का बहिष्कार होना चाहिए। ऐसा सिर्फ फिल्मों और सीरिज़ में ही हो सकता है। हकीक़त में क्या हो रहा है, सब जानते है। प्रेम जाल में फंसाने के बाद कितनी दुर्गति की जाती है यह आज पूरा देश देख रहा है। इसलिए तो धर्म छिपाकर विवाह करने वालों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की मांग हो रही है। एक तरफ सख्त कानून की मांग हो रही है तो दूसरी तरफ सूटेबल ब्वॉय जैसी सीरिज़ जारी हो रही है। इससे भारत पर सांस्कृतिक हमले का अंदाजा लगाया जा सकता है। अफ़सोसनाक बात तो यह है कि हिन्दू समुदाय के कुछ लोग ही ऐसी सीरिज़ बनाने वालों के पक्ष में आकर खड़े हो जाते हैं। जहां तक सांप्रदायिक सदभावना का सवाल है तो हिन्दू समुदाय कभी भी पीछे नहीं रहा है। इसकी सबसे बड़ी मिसाल अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह है। दरगाह में आज भी बड़ी संख्या में हिन्दू समुदाय के लोग जियारत करने आते हैं। सूफी परंपरा के अनुरूप ही सिर पर मखमली और फूलों की चादर रखकर जियारत की रस्म अदा की जाती है। यानि हिन्दू समुदाय के लोग दूसरे धर्म का पूरा सम्मान करते हैं। लेकिन जब सूटेबल ब्वॉय जैसी सीरिज़ सामने आती हैं तो भावनाएं आहत होती हैं। ऐसा नहीं की दूसरे समुदाय में सदभावना की कमी है। दोनों समुदाय के अधिकांश लोग सदभावना दिखाते हैं। कई स्थानों पर तो पारिवारिक संबंध भी देखने को मिलते हैं। लेकिन कुछ ऐसे तत्व हैं जो बेवजह माहौल बिगाड़ते हैं। ऐसी तत्वों पर ही अब अंकुश लगाने की जरूरत है। S.P.MITTAL BLOGGER (23-11-2020) Website- www.spmittal.in Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog Blog- spmittal.blogspot.com To Add in WhatsApp Group- 9509707595 To Contact- 9829071511

No comments:

Post a Comment