पुलिस पर अक्सर यह आरोप लगता है कि निर्धारित 90 दिनों की अवधि में अदालत में चालान पेश करने की वजह से अपराधियों को अदालत से जमानत मिल जाती है। इससे समाज में कानून का भय नहीं हो पाता। लेकिन इस धारणा के उलट अजमेर पुलिस रेप और हत्या जैसे जघन्य अपराधों में तीन और छह दिन में अदालत में चालान पेश कर रही है। 3 जुलाई को क्लॉक टावर पुलिस ने गत 26 जून को एक महिला की हत्या के आरोप में आरोपी जितेन्द्र के विरुद्ध अदालत में चालान पेश कर दिया। यानी पुलिस ने घटना घटित होने के 6 दिन में चालान पेश किया है। आरोपी जितेन्द्र पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अजमेर दक्षिण क्षेत्र के डीएसपी मुकेश सोनी ने बताया कि 30 जून को अलवर गेट क्षेत्र में बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या के मामले में भी 5 जुलाई को चालान पेश कर दिया जाएगा। यानी इस मामले में भी 6 दिनों में चालान पेश होगा। इससे पहले गत माह पुष्कर में हुए एक 11 वर्षीय बालिका के रेप और हत्या के मामले में तीन दिन में अदालत में चालान पेश किया गया। सभी मामलों में पुलिस ने आरोपियों को एक या दो दिन में गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा के प्रयास रंग ला रहे हैं। असल में घटना के बाद जांच के लिए विभिन्न थानों का संयुक्त प्रयास करवाया जाता है। एक साथ तीन चार थानों की पुलिस आपस में मिल कर जांच करती है तो अपराधी जल्दी पकड़ में आ जाते हैं। एसपी के निर्देश पर स्पेशल पुलिस टीम भी गठित कर रखी है और अतिरिक्त सूचनाएं और सबूत जुटाने का काम करती है। एसपी शर्मा का कहना है कि अब समाज के लोग भी जागरूक हो गए हैं। लोग चाहते हैं कि अपराध के बाद अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी हो। अजमेर पुलिस समाज के इस भरोसे पर खरी उतर रही है। उन्होंने माना कि डिजिटल तकनीक से भी अब अपराधियों को जल्द पकड़ा जाता है। उनका प्रयास होगा कि हत्या और बलात्कार जैसे मामलों में अपराधियों को अदालत से जल्द से जल्द सजा मिले। एसपी शर्मा ने महिलाओं खासकर स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं से अपील की है कि वे किसी ज्यादती या दबाव को बर्दाश्त नहीं करें। उन्हें किसी से भी घबराने की जरुरत नहीं है। उनके मोबाइल नम्बर 9414007742 पर वाट्सएप संदेश देकर जानकारी दी जा सकती है। वाट्सएप पर आने वाले हर संदेश को वे स्वयं गंभीरता से लेते हैं। उनका प्रयास है कि अपराधियों में कानून का भय हो। हालांकि अदालत में चालान पेश करने से पहले बहुत से सबूत और दस्तावेज जुटाने होते हैं। इसमें एक महीने का समय लग ही जाता है, लेकिन रेप और हत्या जैसे मामलों को गंभीर मानते हुए अजमेर पुलिस 3 और 6 दिनों में चालान पेश कर रही है। इससे अजमेर पुलिस में टीम भावना का भी पता चलता है।
S.P.MITTAL BLOGGER (03-07-2021)
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