Monday 19 April 2021

सीएम अशोक गहलोत 18 अप्रैल को सायं साढ़े सात बजे पत्रकारों से बात करेंगे। लॉकडाउन पर महत्वपूर्ण घोषणा संभव।अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को ही लगेगा रेमडेसिवीर इंजेक्शन। प्राइवेट अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध नहीं है इंजेक्शन।सरकारी अस्पताल में पर्याप्त स्टॉक है किसी को घबराने की जरुरत नहीं है-डॉ. अनिल जैन।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 18 अप्रैल को सायं साढ़े सात बजे पत्रकारों से खास संवाद करेंगे। गहलोत लॉकडाउन पर महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं। गहलोत की पत्रकार वार्ता का लाइव प्रसारण फर्स्ट इंडिया, न्यूज 18 राजस्थान तथा जी राजस्थान न्यूज चैनलों पर देखा जा सकता है। गहलोत सरकार ने 16 अप्रैल को सायं पांच बजे से 60 घंटे का जो लॉकडाउन लागू किया था, उसकी अवधि 19 अप्रैल को सुबह 6 बजे समाप्त हो रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रतिदिन 10 हजार तक मरीज सामने आ रहे हैं। 18 अप्रैल को सीएम ने दिन में मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों से भी विचार विमर्श किया। इसमें आगामी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने की बात भी सामने आई है। लेकिन मेहनतकश वर्ग की परेशानियों को लेकर गहलोत चिंतित नजर आए। हो सकता है कि पहले की तरह लॉकडाउन में जरूरतमंदों लोगों को घरों पर भोजन के पैकेट या राशन सामग्री भिजवाने की योजना बनाई जाए। जानकारों का मानना है कि यदि लम्बा लॉकडाउन लगाया जाता है तो इस बार आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा जाएगी। गत वर्ष के लॉकडाउन और कोरोना की मार से छोटे बड़े दुकानदार बड़ी मुश्किल से उभरे थे, लेकिन अब यदि लम्बा लॉकडाउन हुआ तो बाजार की स्थिति बेहद खराब होगी। हालांकि गत वर्ष के लॉकडाउन को सीएम गहलोत ने भी सही नहीं माना था, लेकिन अब देखना होगा कि कोरोना वायरस से मुकाबला करने के लिए गहलोत क्या निर्णय लेते हैं। सायं पांच बजे बाजार बंद करने का निर्णय तो गहलोत सरकार ने पहले ही ले रखा है। अब यदि 30 अप्रैल तक लॉकडाउन किया जाता है तो लोगों को भारी परेशानी होगी।
रेमडेसिवीर इंजेक्शन सिर्फ सरकारी अस्पताल में ही:
कोरोना के इलाज में महत्वपूर्ण माने जाने वाले रेमडेसिवीर इंजेक्शन अब सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही लगेंगे। अजमेर के जेएलएन अस्पताल के अधीक्षक डॉॅ. अनिल जैन ने बताया कि जरुरतमंद मरीजों को नि:शुल्क इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से प्रतिदिन 215 इंजेक्शन उपलब्ध हो रहे हैं और इस समय अस्पताल में करीब सवा सौ संक्रमित मरीज भर्ती हैं। रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए किसी को भी घबराने की जरुरत नहीं है। जैन ने माना कि यह इंजेक्शन फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध नहीं है। असल में कोरोना के मरीजों की संख्या कम हो जाने के कारण कंपनियों ने उत्पादन घटा दिया, लेकिन अब अचानक मरीजों की संख्या बढ़ गई है तो मांग भी बढ़ी। मजबूरी का फायदा नहीं उठाया जाए, इसलिए मेडिकल स्टोरों पर कंपनियां सप्लाई नहीं कर रही है। जैन ने उम्मीद जताई कि 22 अप्रैल तक रेमडेसिवीर इंजेक्शन बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने कहा कि इंजेक्शन को लेकर परेशान नहीं होना चाहिए। चिकित्सक की सलाह पर ही इंजेक्शन लगवाना चाहिए। लोगों को बेवजह की खरीद भी नहीं करनी चाहिए। अजमेर के जेएलएन अस्पताल में 650 संक्रमित मरीजों को भर्ती रहने की व्यवस्था की गई है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (18-04-2021)
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