Wednesday 28 April 2021

अजमेर के अस्पतालों में नहीं मिली जगह और ऑक्सीजन। आखिर 71 वर्षीय संक्रमित प्रेमचंद जांगिड़ ने दम तोड़ दिया।जेएलएन अस्पताल में बाइपेप मशीन उपलब्ध करवा कर कलेक्टर ने मरीज जगदीश की जान बचाई।पूर्व डिप्टी मेयर संपत सांखला के भाई राजेन्द्र सांखला का निधन। छोटा भाई महेश भी अस्पताल में भर्ती है।

अजमेर के किशनगढ़ उपखंड के जागरूक पत्रकार प्रकाश जांगिड़ का दर्द है कि वे अपने 71 वर्षीय भाई प्रेमचंद जांगिड़ को लेकर जिले के प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में भटकते रहे, लेकिन इलाज नहीं मिला। 27 अप्रैल को प्रेमचंद का निधन हो गया। प्रकाश जांगिड़ का अनुभव है कि कोरोना काल में चिकित्सा सुविधाओं के दावे ढकोसले हैं। हालात इतने खराब है कि किशनगढ़ के विधायक सुरेश टाक की भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। संक्रमित होने के लिए 24 अप्रैल को प्रेमचंद को गेगल स्थित जीडी बड़ाया अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन ऑक्सीजन नहीं होने की बात कर अस्पताल प्रशासन ने 25 अप्रैल को ही भगा दिया। प्रेमचंद को अजमेर जिले के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करवाने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। कहीं जगह नहीं थी तो कहीं ऑक्सीजन। दिन भर भटकने के बाद किशनगढ़ के यज्ञनारायण अस्पताल में बड़ी मुश्किल से भर्ती करवाया गया, लेकिन वेंटीलेटर की सुविधा नहीं होने के कारण चिकित्सकों ने अजमेर के जेएलएन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जेएलएन में वेंटिलेटर आदि की सुविधा मिले, इसके लिए किशनगढ़ के विधायक सुरेश टाक ने भी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन को फोन भी किया, लेकिन लाख कोशिश के बाद भी जेएलएन में प्रेमचंद को भर्ती नहीं करवाया जा सका। सारी सिफारिशें धरी रह गई। बाद में पैसे के दम पर ब्यावर रोड स्थित संत फ्रांसिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन इस अस्पताल में भी वेंटीलेटर की सुविधा नहीं मिली। 27 अप्रैल को प्रेमचंद का निधन हो गया। प्रकाश जांगिड़ का मानना है कि भाई की मौत की जिम्मेदारी मौजूदा चिकित्सा व्यवस्था की है। इस घटनाक्रम के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9829071306 पर प्रकाश जांगिड़ से ली जा सकती है।
कलेक्टर के प्रयासों से बची जान:
अजमेर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के प्रयासों से 27 अप्रैल को पुष्कर रोड स्थित राधा बिहार कालोनी निवासी जगदीश कट्टा की जान भी बची है। संक्रमित होने के बाद जगदीश को कोटड़ा स्थित आरएस अस्पताल में भर्ती कराया था, लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद जगदीश को जेएलएन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। 27 अप्रैल को दोपहर को जगदीश को जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन जगदीश की जान बचाने के लिए वेंटीलेटर की सख्त आवश्यकता थी। ऐसे में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का ध्यान आकर्षित किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने जेएलएन अस्पताल प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए। तब जगदीश को बाइपेप मशीन की सुविधा मिली। नया बाजार के सर्राफा कारोबारी जगदीश की स्थिति अब बेहतर है। यदि कलेक्टर के द्वारा त्वरित कार्यवाही नहीं की जाती तो जगदीश की जान जा सकती थी। जानकारों के अनुसार सूचना मिलने पर कलेक्टर राजपुरोहित सभी मामलों में त्वरित कार्यवाही करते हैं।
राजेन्द्र सांखला का निधन:
अजमेर के डिप्टी मेयर रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता संपत सांखला के बड़े भाई राजेन्द्र सांखला का 27 अप्रैल को निधन तड़के पंचशील स्थित क्षेत्रपाल अस्पताल में निधन हो गया। सांखला पेट की बीमारी के कारण पिछले एक सप्ताह से भर्ती थे। सांखला एवीवीएनएल में कार्यरत थे। सांखला का अंतिम संस्कार पुष्कर रोड स्थित श्मशान स्थल पर कर दिया गया। संपत सांखला के छोटे भाई महेश पिछले तीन दिनों से पुष्कर रोड स्थित मित्तल अस्पताल में भर्ती है। महेश कोरोना संक्रमित हैं। 
S.P.MITTAL BLOGGER (28-04-2021)
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