Saturday 24 April 2021

संक्रमित मरीज इसी रफ्तार से भर्ती होते रहे तो अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी। अभी वेंटिलेटर मिलना मुश्किल हो रहा है।एक सदस्य के संक्रमित होने पर पूरे परिवार को होम क्वारंटीन होना चाहिए-डॉ. केके सोनी।राजस्थान में अब प्रातः 6 से 11 बजे तक शराब की दुकानें खुलेंगी। शनिवार और रविवार को बंद रहेंगी।

अजमेर का जेएलएन अस्पताल संभाग का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। इसीलिए अजमेर के साथ साथ नागौर और आसपास के जिलों के मरीज भी इसी अस्पताल में आते हैं। प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को जब सांस लेने में ज्यादा परेशानी होती है तो अस्पताल के चिकित्सक जेएलएन के लिए रेफर कर देते हैं। यही वजह है कि कोरोना काल में इस सरकारी अस्पताल पर जबर्दस्त दबाव है, लेकिन संक्रमित मरीजों के आने की रफ्तार ऐसी ही रही तो जेएलएन अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी हो ाजएगी। अस्पताल में ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्थाओं की देखरेख आरएएस अधिकारी भगवंत सिंह ने बताया कि अब प्रतिदिन एक हजार से भी ज्यादा सिलेंडरों की मांग को गई है। 23 अप्रैल को ही निम्बाहेड़ा से अतिरिक्त सिलेंडर मंगवाए गए हैं। अजमेर में स्थापित दोनों प्लांटों में तैयार ऑक्सीजन भी कम पड़ रहा है। ब्यावर स्थित श्री सीमेंट से भी ऑक्सीजन मंगाया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी ऑक्सीजन की मांग लगातार बढ़ रही है। प्रशासन अभी तक मांग को पूरा करने में लगा हुआ है। जिले के बाहर से ऑक्सीजन मंगाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं प्रात: जानकारी के अनुसार अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए वेंटिलेटर पलंग का उपलब्ध होना भी मुश्किल हो रहा है। जिले के कई प्राइवेट अस्पतालों में संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, लेकिन जब मरीज को अधिक और प्रेशर से ऑक्सीजन देने की जरुरत होती है तो गंभीर मरीजों भगा दिया जाता है। यही वजह है कि कई मरीज गंभीर स्थिति में सरकारी अस्पताल पहुंचते हैं। ऐसे अधिकांश मरीजों के लिए वेंटिलेटर की जरुरत पड़ रही है। कई संक्रमित मरीज घर से आने में भी विलंब करते हैं। अब सभी गंभीर मरीजों को वेंटीलेटर उपलब्ध करवाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित भी अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं। लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अनेक परेशानी सामने आ रही है।
होम क्वारंटाइन जरूरी:
अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने कहा कि यदि परिवार का एक सदस्य संक्रमित हुआ है तो परिवार के सभी सदस्यों को होम क्वारंटाइन होना चाहिए। इन दिनों देखा गया है कि एक सदस्य के संक्रमित होने के बाद जब शेष सदस्य काम करते रहते हैं तो बाद में इन सभी सदस्यों को परेशानी होती है। अच्छा हो कि समय रहते पूरा परिवार क्वारंटाइन हो जाए। इससे अस्पतालों पर मरीजों का दबाव भी कम रहेगा। डॉ. सोनी ने कहा कि ऐसे भी लोग हैं जो अपनी कोरोना जांच एक दिन में दो या तीन स्थानों पर करवा रहे हैं। हर स्थान पर मोबाइल नम्बर बदल दिया जाता है। ऐसी प्रवृत्ति गलत है, इससे विभाग पर काम का बोझ पड़ता है।
सुबह खुलेंगी शराब की दुकानें:
लॉकडाउन में अब शराब की दुकानें प्रातः: 6 बजे से 11 बजे तक ही खुलेंगी। यानी अब प्रतिदिन पांच घंटे ही शराब की दुकानें खुलेंगी। वित्त विभाग के शासन सचिव टी रविकांत ने 24 अप्रैल को जारी आदेश में कहा कि वीकेंड कर्फ्यू में शनिवार और रविवार को शराब की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि सरकार ने 23 अप्रैल को लॉकडाउन की जो नई गाइडलाइन जारी की थी उसमें दुग्ध डेयरियां सुबह का समय प्रातः: 6 से 11 बजे तक का ही रखा है। अभी शराब की दुकानें प्रातः: 9 बजे खुलती रही हैं, लेकिन लॉकडाउन में अब प्रातः: 6 बजे खुलेंगी। 
S.P.MITTAL BLOGGER (24-04-2021)
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