इसमें कोई दो राय नहीं कि अजमेर उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी अजमेर के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि देवनानी के विदेश यात्रा से लौटने पर अनेक सामाजिक, धार्मिक राजनीतिक संगठन के प्रतिनिधि स्वागत करने के लिए उतावले हैं। देवनानी 21 नवंबर को जयपुर पहुंचने के बाद 23 नवंबर को अजमेर आएंगे। देवनानी का कहना है कि विदेश यात्रा में उनकी मुलाकात विप्रो, टीसीएस, अडाणी जैसे आईटी कंपनियों के प्रतिनिधियों से हुई है। इन कंपनियों के प्रतिनिधि अजमेर में अपना आउटलेट खोलने में रुचि रखते हैं। मालूम हो कि देवनानी की पहल पर ही अजमेर में आईटी पार्क विकसित किया जा रहा है। स्वाभाविक है कि जब इतनी नामी कंपनियों के आउटलेट खुलेंगे तो अजमेर के युवाओं को बेंगलुरु, मुंबई, पूणे, नोएडा, दिल्ली आदि महानगरों में नौकरी के लिए नहीं जाना होगा। उल्टे जो युवा अभी इन शहरों में काम कर रहे हैं वे वापस अपने अजमेर में आ सकेंगे। बड़ी आईटी कंपनियों का अजमेर में स्वागत तो हैं, लेकिन इससे पहले अजमेर वासियों को काम से कम दो दिन में एक बार पेयजल तो उपलब्ध कराया जाए। मौजूदा समय में चार पांच दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई होती है। गंभीर बात तो यह है कि सर्दी शुरू होने के बाद भी पेयजल व्यवस्था में सुधार नहीं हो पाया है। जिस बीसलपुर बांध से पानी लेकर जयपुर जिले में प्रतिदिन पेयजल की सप्लाई हो ती है, उसी बांध से अजमेर के लिए भी पानी लिया जाता है। जयपुर और अजमेर के लोगों के बीच भेदभाव क्यों हो रहा है, इसका जवाब भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को देना चाहिए, क्योंकि इन दोनों दलों का ही पिछले 25 वर्षों से बारी बारी शासन रहा है। मौजूदा समय में अजमेर के लोगों की आस विधानसभा अध्यक्ष देवनानी पर टिकी हुई है। देवनानी का भी प्रयास है कि 135 किलोमीटर दूर बने बांध से अजमेर शहर तक नई और मोटी पाइप लाइन बिछाई जाए, ताकि लोगों को प्रतिदिन पानी मिल सके। लेकिन यह देखना होगा कि देवनानी को अपने इन प्रयासों में सफलता कब मिलती है। विधानसभा अध्यक्ष के पद का प्रभाव काम में लेते हुए देवनानी अजमेर की सड़कों की स्थिति सुधारने का भी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि शहर में बने एलिवेटेड रोड के नीचे की सड़क ही टूटी पड़ी है। सोनी जी की ऐतिहासिक नसियां के निकट से गुजर रही सड़क तो गड्ढों में तब्दील हो गई है। नसियां के निकट बोटल नेक की स्थिति है इसलिए दिन में कई बार जाम लग जाता है। देवनानी ने अपने विदेश दौरे में ऑस्ट्रेलिया और जापान की चमचमाती सड़कें भी देखी हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि अजमेर सड़कें कम से कम जयपुर की तरह तो हो ही जाए। देवनानी को विदेश यात्रा से आने के बाद अजमेर के एलिवेटेड रोड के नीचे वाली सड़क से भी गुजरना चाहिए। अजमेर का प्रतिनिधित्व जब वासुदेव देवनानी जैसे सशक्त और विकास पुरुष व्यक्ति कर रहे हैं, तब जयपुर रोड वाला प्रवेश द्वार भी सुगम और आकर्षक होना चाहिए। मौजूदा समय में नेशनल हाईवे के नीचे पुलिस बनाकर अजमेर में प्रवेश करने की व्यवस्था है। लोगो ंको पुलिया के नीचे से ही मुख्य सड़क पर चलना होता है। इसकी वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। अजमेर के विकास में रुचि रखने वालों का सुझाव है कि जयपुर रोड स्थित अशोक उद्यान की कुछ भूमि को लेकर प्रवेश द्वार को तकनीकी दृष्टि से सुगम बनाया जाए।
S.P.MITTAL BLOGGER (20-11-2024)
Website- www.spmittal.in
Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog
Follow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11
Blog- spmittal.blogspot.com
To Add in WhatsApp Group- 9166157932
To Contact- 9829071511