Sunday 13 December 2015

अनशनकारी कैलाश कंवर की तबीयत बिगड़ी



पुलिस और प्रशासन की ज्यादतियों के विरोध में गत 10 दिसम्बर से आमरण अनशन पर बैठी 50 वर्षीय श्रीमती कैलाश कंवर राठौड़ की तबीयत 13 दिसम्बर को बिगड़ गई है। श्रीमती राठौड़ अपने पति पीरदान सिंह राठौड़ के साथ कलेक्ट्रेट के फुटपाथ पर आमरण अनशन पर है। 
13 दिसम्बर को पुलिस की निगरानी में  राठौड़ दम्पत्ति का मेडिकल परीक्षण हुआ। चिकित्सकों ने राठौड़ की स्थिति को तो सामान्य बताया, लेकिन लगातार चार दिन से भूखे रहने की वजह से श्रीमती राठौड़ के स्वास्थ्य को नाजुक बताया। चिकित्सकों ने बताया कि श्रीमती राठौड़ डायबिटीज की रोगी है। इस लिए भूखे रहना उनके जीवन को खतरा उत्पन्न कर रहा है। चिकित्सकों ने सलाह दी की श्रीमती राठौड़ को तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया जाए, लेकिन श्रीमती राठोड़ ने अस्पताल जाने से साफ इंकार कर दिया। राठौड़ दम्पत्ति ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक अनशन जारी रहेगा। भले ही कलेक्ट्रेट के फुटपाथ पर उनका दम निकल जाए। राठौड़ दम्पत्ति ने आरोप लगाया कि किशनगढ़ के मार्बल किंग आर.के.मार्बल के इशारे पर पुलिस और प्रशासन नाजायज तंग कर रहा है। यहां तक की उनकी दो युवा बेटियों के खिलाफ भी झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 
कोई नहीं आया मिलने:
राठौड़ दम्पत्ति गत 10 दिसम्बर से आमरण अनशन पर है, लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी मिलने नहीं आया है। कड़कड़ाती ठंड में बुजुर्ग दम्पत्ति कलेक्ट्रेट के फुटपाथ पर रात और दिन गुजार रहे हैं, लेकिन किसी ने भी सहानुभूति नहीं जताई है। हालांकि राजपूत समाज व अन्य समाज के प्रतिनिधि आकर अपना समर्थन जता रहे हैं, लेकिन फिर भी प्रशासन पर कोई असर नहीं हुआ है। प्रशासन के इस रवैये पर राजपूत समाज में रोष बढ़ता ही जा रहा है। 

(एस.पी. मित्तल)
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