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13 फरवरी को मैंने वेलेंटाइन डे को लेकर एक ब्लॉग लिखा था। इस ब्लॉग में बताया था कि 14 फरवरी को अंग्रेज सरकार ने सरदार भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी देने का ऐलान किया था, इससे युवाओं को चाहिए की वह पश्चिमी संस्कृति के वेलेंटाइन डे मनाने की बजाए देश को आजाद करने वाले शहीदों को याद करें। 14 फरवरी को मुझे अजमेर जिले के ब्यावरशहर से अखिल भारत हिन्द क्रांति सेना के अध्यक्ष आनंद सोनी ने बताया कि 13 फरवरी के ब्लॉग से प्रेेरित होकर ही 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे का विरोध किया गया। सेना के कार्यकर्ता ब्यावर के मुख्य बाजार में एकत्रित हुए और भगत सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और तीनों क्रांतिकारियों की शहादत को याद किया। इसके साथ ही 6 फीट बड़े वेलेंटाइन के प्रतीक दिल का पुतला फूंका। कार्यकर्ता ने शपथ ली कि वे अपना जीवन भारतीय संस्कृतिक के अनुरूप व्यतीत करेंगे। इस अवसरपर सेना के राजेश आत्रे, दिनेश पाराशर, संजय बाकोलिया, कुलदीप बोहराआदि कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सोनी ने बताया कि सेना के कार्यकर्ता ने अनेक स्थानों पर इसी तरह शहीदों को याद किया और वेलेंटाइन डे पर विरोध जताया।
(एस.पी. मित्तल) (14-02-2016)
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Enter your comment...कल गलत जानकारी दी ओर आज उसका बखान जय हो आपके ज्ञान।की
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