Monday, 14 April 2025

ममता के बंगाल में वक्फ मुद्दे का विरोध तो बहाना है। असल उद्देश्य तो हिंदुओं को भगाना है। मुर्शिदाबाद में हो रहा है प्रयोग। सीआरपीएफ के जवान दर्शनीय बने। आखिर मोदी-शाह ने आंखें क्यों बंद कर रखी है?

वक्फ एक्ट संशोधन का कानून बनने के बाद बांग्लादेश की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल में विरोध हो रहा है। विरोध तो एक बहाना है, असल उद्देश्य बंगाल में हिंदुओं को डराना या भगाना है। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंदुओं को भगाने वाला प्रयोग शुरू हो गया है। मुर्शिदाबाद में 70 प्रतिशत आबादी मुस्लिम समुदाय की है। कट्टरपंथी सोच रखने वाले मुसलमान चाहते हैं कि शेष 30 प्रतिशत हिंदू भी भाग जाए। वक्फ मुद्दे के विरोध के दौरान जो हिंसा हुई उसमें चार सौ हिंदुओं को अपना मकान दुकान कारोबार सब कुछ छोड़कर भगाना पड़ा। मीडिया खबरों के अनुसार महिलाएं अपने छोटे छोटे बच्चों को लेकर मुर्शिदाबाद से भाग रही हैं। दूसरों जिलों में जाकर शरण ली है, कई लोग मारे गए हैं। हाईकोर्ट के आदेश से मुर्शिदाबाद में सीआरपीएफ की चार टुकडिय़ों को भेजा गया है, लेकिन सीआरपीएफ के जवान सिर्फ दर्शनीय बने हुए है। असल में इन जवानों को बंगाल पुलिस के नियंत्रण में ही ड्यूटी देनी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर चलने वाली बंगाल पुलिस ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ के जवान प्रभावी तरीके से तैनात नहीं किए है। यानी हिंसा को रोकने के लिए हाईकोर्ट का उद्देश्य भी पूरा नहीं हो रहा। पहले वामपंथी सरकारों में हिंदुओं पर अत्याचार होते रहे, लेकिन पिछले 13 साल से ममता बनर्जी के कार्यकाल में हिंदुओं पर अत्याचार और बढ़ गए। यही वजह है कि मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू आबादी घटकर मात्र 30 प्रतिशत रह गई है। यदि हिंसा के ऐसे ही हालात रहे तो मुर्शिदाबाद जिले हिंदू विहीन हो जाएगा। लगातार आरोप लगते रहे कि बांग्लादेश से बड़ी संख्या में कट्टरपंथी पश्चिम बंगाल में आ गए है। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि हिंदू समुदाय की रक्षा करने में ममता सरकार पूरी तरह विफल रही है। ममता सरकार की विफलता की आलोचना कांग्रेस के नेताओं ने भी की है। पश्चिम बंगाल के हालात बद से बदत्तर हो गए है, लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आंखें बंद किए हैं। पश्चिम बंगाल के जो हालात है उसके अनुरूप ममता सरकार को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। राज्यपाल की रिपोर्ट भी राष्ट्रपति शासन का सुझाव दे रही है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि पश्चिम बंगाल में कट्टरपंथियों के उग्र स्वभाव को देखते हुए केंद्र सरकार ममता सरकार को बर्खास्त करने का जोखिम नहीं ले रही। चूंकि पश्चिम बंगाल की सीमाएं बांग्लादेश से लगी हुई है, इसलिए ज्यादा चिंता हो रही है। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद से अराजकता का माहौल है। बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहे है7 भाजपा के नेताओं ने तो सार्वजनिक तौर पर कहा है कि ममता बनर्जी के कारण पश्चिम बंगाल अब बांग्लादेश बनता जा रहा है। S.P.MITTAL BLOGGER (14-04-2025) Website- www.spmittal.in Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog Follow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11 Blog- spmittal.blogspot.com To Add in WhatsApp Group- 9166157932 To Contact- 9829071511

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