Friday 14 October 2016

#1848
आखिर राजस्वमंत्री अमराराम चौधरी और गिडा तहसील के नायब तहसीलदार नृसिंह राम गौड के बीच क्या संबंध हैं? मंत्री के आगे राजस्व मंडल और बाड़मेर के कलेक्टर सुधीर शर्मा भी लाचार।
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तहसीलदारों के तबादलों को लेकर जो गड़बड़झाला हुआ, उसकी जांच के आदेश मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे ने दे दिए हैं। 12 और 13 अक्टूबर के ब्लॉग में मैंने इस गड़बड़झाले को प्रमुखता के साथ लिखा है। मुख्यमंत्री ने जो जांच के आदेश दिए हैं? उसमें राजस्वमंत्री अमराराम चौधरी और बाड़मेर की गिडा तहसील के नायब तहसीलदार नृसिंह राम गौड के बीच संबंधों की भी जांच करवानी चाहिए। मंत्री की मेहरबानी से ही गौड ने राजस्थान राजस्व मंडल और बाड़मेर के जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा को भी लाचार कर रखा है। राजस्व मंडल ने गिडा तहसील में बाबू सिंह की नियुक्ति के आदेश कर रखे हैं और गौड को पंचपदरा तहसील में ड्यूटी ज्वाइन करने के आदेश निकाल रखे हैं। लेकिन इसे कलेक्टर की लाचारी और बेबसी ही कहा जाएगा कि गौड को गिडा तहसील में ही काम करने के आदेश देने पड़े हैं। सुधीर कुमार शर्मा की कलेक्टरी तो उस समय धरी रह गई, जब नृसिंह राम गौड को तहसीलदार का भी चार्ज देना पड़ा। राजस्व मंडल द्वारा नियुक्त तहसीलदार सुरेश कुमार राव को जबरन जिला मुख्यालय पर बुलाया गया और गौड से तहसीलदार का काम करवाया जा रहा है। सुधीर शर्मा की कलेक्टरी ही दांव पर नहीं लगी बल्कि राजस्व मंडल की प्रतिष्ठा भी धूमिल हो गई। राजस्व मंडल ने गौड के मामले में साफ-साफ लिखा है कि गौड के लिए गिडा तहसील गृह तहसील है। इसलिए इसकी नियुक्ति नायब तहसीलदार के पद पर यहां नहीं हो सकती है। लेकिन मंत्री अमराराम चौधरी की मेहरबानी से गौड ने राजस्व मंडल के नियमों की भी ऐसी की तैसी कर रखी है। नायब तहसीलदार ही नहीं तहसीलदार का काम अपनी गृह तहसील में धड़ल्ले से कर रहे हैं। गंभीर बात तो यह है कि गौड इसी तहसील में पटवारी के पद पर नियुक्त हुए थे और फिर इसी तहसील में भू-अभिलेख निरीक्षक और नायब तहसीलदार के पद पर पदोन्नत हुए। पिछले चालीस वर्ष से गौड इसी तहसील में कार्यरत हैं और अगले वर्ष जुलाई माह में इसी तहसील में रिटायर्ड हो जाएंगे। गौड को पता है उनके रिटायर्ड मेंट तक चौधरी ही राजस्व मंत्री बने रहेंगे। असल में बाड़मेर और खासकर बायतू तथा पचपदरा विधानसभा क्षेत्रों में चौधरी का जबरदस्त राजनीतिक प्रभाव है। चौधरी इसी प्रभाव के कारण तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। 
(एस.पी. मित्तल)  (14-10-2016)
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