Saturday 5 May 2018

छुट्टी के दिन अफसरों की बैठक कर अजमेर की नई कलेक्टर आरती डोगरा ने अपनी कार्यशैली के संकेत दिए। न्याय आपके द्वार अभियान में कौताही बर्दाश्त नहीं।
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अजमेर की नवनियुक्त कलेक्टर आरती डोगरा ने छुट्टी के दिन 5 मई को जिले भर के उपखंड अधिकारियों और प्रमुख विभागाध्यक्षों की बैठक कर अपनी कार्यशैली के संकेत दे दिए हैं। 2006 के बैच की आईएएस डोगरा का कद मात्र 3 फीट 3 इंच का है। लेकिन कलेक्टर ने 5 मई को यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी कार्य क्षमता को कद से नहीं आका जाए। अधिकारियों को अब रात और दिन काम करना पड़ेगा। सरकार की जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं हैं उन सब का लाभ जरुरतमंद व्यक्तियों को दिलवाना होगा। सरकारी कार्मिक के लिए अवकाश कोई मायने नहीं रखता है। सरकार से जब सभी प्रकार की सुविधाएं ली जाती है तो फिर छुट्टी के दिन भी काम करना चाहिए। 5 मई को सरकार के न्याय आपके द्वारा अभियान की समीक्षा के लिए कलेक्टर ने बैठक की। बैठक में उपस्थित सभी उपखंड अधिकारियों से कहा गया कि शिविरों में ग्रामीणों को सभी प्रकार की सुविधाएं दिलवानी जरूरी है। ऐसा न हो कि शिविर नाम मात्र के हो जाए। सरकार और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मंशा के अनुरूप शिविरों में काम होना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं शिविरों का औचक निरीक्षण करेंगी और यदि कौताही मिली तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। हालांकि आरती डोगरा को पहले भी दो जिलों में कलेक्टर का अनुभव रहा है। लेकिन प्रदेश में अजमेर का कलेक्टर बनना अपने आप में चुनौतीपूर्ण काम है। कलेक्टर ने पहली ही बैठक में आभास करा दिया कि वे हर चुनौती को स्वीकार करेंगी। बैठक में जलदाय विभाग के इंजीनियरों से भी कलेक्टर ने कहा कि नियमित सप्लाई की जाए। जिन क्षेत्रों में पेयजल योजना नहीं है वहां टेंकरों के जािए पेयजल की सप्लाई की जावे। 

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