कोरोना में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सरकार की अनेक योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका। श्रमिकों की परेशानियों को देखते हुए ही केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की है। इसमें असंगठित क्षेत्र के निर्माण श्रमिक, होटलों में वेटर, सफाई के श्रमिक, नाई, धोबी, बीड़ी श्रमिक आदि भी शामिल हैं। अजमेर में समाचार पत्र विक्रेताओं ने भी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाया है। पिछले दिनों जिन पंजीकृत श्रमिकों की मृत्यु हुई उनके परिजन को दो लाख रुपए की बीमा राशि दिलवाने के मामले में विभाग ने जिला कलेक्टर के पास भिजवाए एहैं। आने वाले दिनों में पंजीकृत श्रमिकों को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा। पुरुषों के मुकाबले महिला श्रमिकों की संख्या ज्यादा होने से प्रतीत होता है कि अजमेर जिले में महिलाओं की भूमिका श्रम क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। अजमेर शहर में बीड़ी श्रमिक के तौर पर महिलाओं ने बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाया है।
केंद्र सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर श्रमिकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के राज्य प्रभारी आशीष पंवार और स्टेट प्रोजेक्टर मैनेजर भवानी सिंह बुनकर ने बताया कि जिन श्रमिकों ने ईश्रम कार्ड प्राप्त कर लिया है, उन्हें हमारे संस्थान की ओर से अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है। सेंटर के माध्यम से रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जरूरतमंद श्रमिक निकटतम सीएससी से संपर्क कर सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में अब तक एक करोड़ 35 लाख 78 हजार से भी ज्यादा श्रमिकों ने पंजीयन करा लिया है।
No comments:
Post a Comment