Friday 9 September 2016

पर्यावरण मित्र गणेश के प्रति लोगों में उत्साह। आनासागर की चौपाटी पर विराजे हैं गणेश।

#1745
पर्यावरण मित्र गणेश के प्रति लोगों में उत्साह। आनासागर की चौपाटी पर विराजे हैं गणेश।
--------------------------------------
यूं तो अजमेर शहर में जगह-जगह गणेश महोत्सव के आयोजन हो रहे हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन की रोक के बाद भी प्लास्टर ऑफ पेरिस में बनी बड़ी-बड़ी गणेश प्रतिमाओं को विराजमान किया गया है। ऐसे धूम-धड़ाके के माहौल में ही गोबर, मिट्टी और कागज से बनी गणेश प्रतिमा आनासागर के किनारे चौपाटी पर स्थापित की गई है। यूनाईटेड अजमेर और लोक कला केन्द्र के संयुक्त प्रयासों से चौपाटी पर रोजाना धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं। इस प्रतिमा को पर्यावरण मित्र गणेश का नाम दिया गया है। कीर्ति पाठक और संजय सेठी ने बताया कि लोगों में पर्यावरण मित्र गणेश को देखने का उत्साह बढ़ता ही जा रहा है। शाम की सात बजे जब 101 दीपकों की आरती होती है तो बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहते हैं। एक ओर आनासागर की ठंडी हवा तो दूसरी ओर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की वजह से चौपाटी का माहौल शानदार हो जाता है। प्रतिदिन शहर के ही कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हंै। मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, कलेक्टर गौरव गोयल, एसपी नितिनदीप ब्लग्गन, डीआरएम पुनीत चावला, एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा आदि ने पर्यावरण मित्र गणेश के समारोह की प्रशंसा की है। इन सभी का मानना है कि प्लास्टर आफ पेरिस से बनी प्रतिमाएं पानी में घुल नहीं पाती, जबकि मिट्टी और कागज से बनी प्रतिमाएं आसानी से पानी में मिल जाती है। सभी ने कहा कि गणेश उत्सव बनाने वाली संस्थाओं को यूनाईटेड अजमेर और लोक कला संस्थान से प्रेरणा लेनी चाहिए, इसके लिए सभी ने कीर्ति पाठक और संजय सेठी के प्रयासों की सराहना की। पाठक और सेठी ने शहरवासियों से अपील की है कि वे सर्किट हाऊस के नीचे चौपाटी पर आकर आनासागर के सौंदर्य और धार्मिक वातावरण का लाभ उठाएं।
(एस.पी. मित्तल)  (09-09-2016)
नोट- फोटोज मेरी वेबसाइट   spmittal.in फेसबुक अकाउंट पर देखें। 
(www.spmittal.in) M-09829071511
www.facebook.com /spmittal blogger

No comments:

Post a Comment