Wednesday 19 July 2017

#2798
राजस्थान में सचिन पायलट ही होंगे कांग्रेस के सबसे बड़े नेता। राहुल गांधी ने साफ संकेत दिए। 
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19 जुलाई को बांसवाड़ा की किसान रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ-साफ संकेत दे दिए हैं कि राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ही सबसे बड़े नेता हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत और राष्ट्रीय महासचिव सीपी जोशी सरीखे कांग्रेसी पायलट के सहायक हैं। किसानों के आंदोलन के सम्बन्ध में राहुल गांधी ने कहा कि सचिन पायलट जहां भी कहेंगे, वहां मैं भाषण देने के लिए आ जाऊंगा। हमारे वरिष्ठ नेता गहलोत और जोशी भी सहयोग करेंगे। अपने 15 मिनिट के भाषण में राहुल गांधी ने कई बार कहा कि पायलट के नेतृत्व में ही राजस्थान में कांग्रेस मजबूत होगी। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि यदि राजस्थान में कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो पायलट ही मुख्यमंत्री होंगे। राहुल गांधी के आज के संकेतों को अशोक गहलोत के कथन और सीपी जोशी के आरसीए अध्यक्ष बनने से जोड़कर देखा जा रहा है। गहलोत ने दो दिन पहले ही जोधपुर में कहा था कि कांग्रेस हाईकमान ने गुजरात का प्रभारी इसलिए बनाया है ताकि राजस्थान में भी सक्रिय भूमिका निभा सकूं। इस प्रकार सीपी जोशी गत माह जब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए तो कांग्रेस का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। लेकिन 19 जुलाई को राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि अब अशोक गहलोत और सीपी जोशी की भूमिका सहायकों की ही है। कांग्रेस का जहाज तो सचिन पायलट ही उड़ाएंगे। 
दोस्ताना अंदाज : 
कांग्रेस के जो नेता बांसवाड़ा की रैली में उपस्थित थे और जिन्होंने टीवी पर रैली का लाइव प्रसारण देखा, उन्होंने यह भी देखा होगा कि पायलट और राहुल गांधी मंच पर दोस्ताना अंदाज में संवाद कर रहे थे। अशोक गहलोत और सीपी जोशी जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी भले ही राहुल गांधी से बात करने में झिझकते हों, लेकिन सचिन पायलट राहुल गांधी से दोस्त के तौर पर बात कर रहे थे। जिस तरह कॉलेज के दो युवा दोस्त आपस में एक-दूसरे के हाथ लगाते हुए बात करते हैं, उसी प्रकार मंच पर राहुल और पायलट बात कर रहे थे। इस दोस्ताना अंदाज से भी गहलोत और जोशी को अपनी स्थिति के बारे में अंदाजा लगा लेना चाहिए। हालांकि जोशी तो चुप रहते हैं, लेकिन अशोक गहलोत कई मौके पर यह दिखाते हैं कि वे आज भी राजस्थान में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं। यह बात अलग है कि पायलट ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष रहते हुए गहलोत के समर्थकों को संगठन से बाहर कर दिया है। गहलोत का वो ही समर्थक संगठन में शामिल हो सकता है, जिसने पायलट का दामन थामा है। 
एस.पी.मित्तल) (19-07-17)
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