Thursday 23 May 2024

आखिर अजमेर में जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लग ही गए।आनासागर में सीवरेज का पानी गिरने और जलकुंभी पनपने के विरोध में व्यापारिक महासंघ का प्रदर्शन।जो काम कांग्रेस को करना चाहिए वह जागरूक व्यापारियों ने किया।

आखिर 23 मई को सुबह रीजनल कॉलेज वाली चौपाटी पर अजमेर प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लग ही गए। अजमेर शहर व्यापारिक महासंघ के बैनर तले व्यापारी वर्ग और जागरुक नागरिक एकत्रित हुए। जन समस्याओं का समाधान नहीं होने पर लोगों ने अजमेर प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। असल में भीषण गर्मी में अजमेर में चार पांच दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। बिजली कटौती से त्राहि त्राहि मची हुई है। अजमेर के प्राकृतिक सौंदर्य में चार चाँद लगाने वाली आनासागर झील पर जलकुंभी का कब्जा हो गया है। यही वजह है कि यह झील अब हरे घास के मैदान जैसी नजर आती है। पिछले दो माह से जलकुंभी निकालने का काम हो रहा है। लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन को सफलता नहीं मिली है। जनसमस्याओं को लेकर ही अजमेर व्यापारिक महासंघ के बैनर तले 23 मई को सैकड़ों लोग आनासागर के किनारे रीजनल कॉलेज चौपाटी पर एकत्रित हुए। सभी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि बार बार ध्यान आकर्षित किए जाने के बाद भी प्रशासन ने समस्याओं का समाधान नहीं किया है। महासंघ के संरक्षण भगवान चंदानी राम का कहना रहा कि आनासागर में सीवरेज का गंदा पानी गिर रहा है। इस पानी की वजह से ही जलकुंभी पनप रही है। जब तक गंदा पानी गिरता रहेगा, तब तक जलकुंभी का कब्जा आनासागर पर रहेगा। महासंघ के अध्यक्ष किशन गुप्ता ने कहा कि झील को देखने के लिए प्रतिदिन हजारों लोग अजमेर आते हैं। लेकिन पर्यटकों को झील की दुर्दशा देखकर निराशा होती है। लोगों ने जागरूकता लाने का काम व्यापारिक महासंघ ने किया है। गुप्ता ने उम्मीद जताई कि शहर भर के जागरूक नागरिक भी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रशासन के खिलाफ भीड़ जुटाने में पूर्व पार्षद जेके शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता कमल गंगवाल, अमरसिंह राठौड़ आदि की भी सक्रिय भूमिका रही।
 
कांग्रेस का काम व्यापारियों ने किया:
जन समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की जिम्मेदारी विपक्षी दल होने के नाते कांग्रेस की है। लेकिन अजमेर में कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी चुप बैठे हुए हैं। ऐसे में विरोध प्रदर्शन की पहल व्यापारिक महासंघ की ओर से की गई है। आमतौर पर अजमेर को शांतिपूर्ण शहर माना जाता है। यही वजह है कि भीषण गर्मी में पानी और बिजली की किल्लत के बाद भी अजमेर के लोग शांत हैं। आनासागर से जलकुंभी निकालने का काम तमाशा बना हुआ है, लेकिन फिर भी कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा। यहां तक कि कांग्रेस के पार्षद भी चुप हैं। 

S.P.MITTAL BLOGGER (23-05-2024)
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