Friday 21 May 2021

कोरोना संक्रमण पर राजस्थान में 35 दिन पहले वाली स्थिति लौटी। मौजूदा लॉकडाउन की अवधि 24 मई को समाप्त हो रही है।अब प्रदेश की नजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर।अजमेर में खादिम समुदाय की सकारात्मक पहल। कायड़ में कोविड सेंटर से भी मिलेगा लाभ।

सब जानते हैं कि कोरोना संक्रमण की वजह से राजस्थान में 16 अप्रैल को लॉकडाउन लगा था। तब प्रदेश में करीब 6 हजार संक्रमित व्यक्ति प्रतिदिन दर्ज हो रहे थे। हालात इतने बिगड़े की संक्रमित व्यक्तियों की संख्या एक मई को 18 हजार पार कर गई। संक्रमण की बढ़ती स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी बार बार लॉकडाउन की अवधि बढ़ानी पड़ी, लेकिन अब यह सुकून की बात है कि प्रदेश में संक्रमण की दर लगातार घट रही है। अब प्रतिदिन करीब सात हजार व्यक्ति ही संक्रमित दर्ज किए जा रहे हैं। यानी संक्रमण की जो स्थिति 16 अप्रैल को थी, वही स्थिति अब बन गई है। चिकित्सा क्षेत्र के जानकारों के अनुसार बदली हुई परिस्थितियों को संक्रमण और कम होगा। अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भी भर्ती होने में कोई परेशानी नहीं है। सरकारी अस्पतालों में तो बेड भी खाली पड़े हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं है। इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकार ने जो प्रयास किए, उन्हीं का परिणाम रहा कि अब संक्रमण नियंत्रण में हो रहा है। अब प्रदेशभर की नजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अगले कदम पर लगी हुई है। कोरोना के कारण प्रदेश में 24 मई तक सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है। यानी पिछले 35 दिनों से लोग अपने घरों पर कैद हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी व्यापारी वर्ग को हो रही है। प्रदेश में पिछले 35 दिनों से दुकानें बंद हैं, हालांकि औद्योगिक इकाइयों को चालू रख कर सरकार ने श्रमिकों को थोड़ी राहत दी है, लेकिन जो श्रमिक दुकानों पर काम करते हैं उनकी मुसीबत लॉकडाउन में बढ़ी रही। कई दुकानदार तो बंद दुकान का बिजली का बिल भी भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। छोटी उद्यमियों के सामने तैयार माल की बिक्री की समस्या है। जब दुकानें ही बंद हैं तो फिर माल कहां से बिकेगा। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि 24 मई को लॉकडाउन समाप्त हो जाएगा या फिर कोई रियायत मिलेगी। लेकिन लॉकडाउन और उससे होने वाली परेशानियों को लेकर मुख्यमंत्री भी चिंतित हैं। लेकिन सीएम गहलोत नहीं चाहते हैं कि हालात फिर से बिगड़ें। सीएम को भी पता है कि कोरोना की दूसरी लहर में सैकड़ों परिवारों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। ऐसे स्थिति में हो सकता है कि 24 मई से एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन को और बढ़ाया जाए।
सकारात्मक पहल:
अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से जुड़े खादिमों ने भी कोविड सेंटर और वैक्सीनेशन कैंप की शुरुआत की है। अंजुमन शेखजादगान के सचिव एहतेशाम चिश्ती और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष यासीर चिश्ती ने बताया कि 10 बेड का कोविड केयर सेंटर यादगार गेस्ट हाउस में शुरू किया गया है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन सिलेंडरों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। खादिमों के प्रतिनिधि और अंजुमन के पूर्व अध्यक्ष गुलाम किबरिया, पार्षद शाकीर शाह, एडवोकेट फैय्याज उल्ला, सलमान चिश्ती, मोइन चिश्ती आदि ने इस पहल का स्वागत किया है। वहीं अंजुमन सैय्यद जादगान की तरफ से वैक्सीनेशन कैम्प लगाया गया, इसमें 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन लगाई गई। अंजुमन के सचिव वाहिद हुसैन अंगाराशाह, सैय्यद मुस्सवीर चिश्ती, सैय्यद आलेबदर आदि ने उम्मीद जताई है कि शिविर की निरंतरता बनी रहेगी।
कायड़ में कोविड सेंटर:
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान और नाजिम अशफाक हुसैन ने बताया कि 20 मई से कायड़ स्थित विश्राम स्थली पर 50 बेड का कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया है। दरगाह कमेटी की ओर से इस सेंटर में बेड के साथ साथ ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसंटे्रटर आदि की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। सेंटर को अब जिला प्रशासन को सौंप दिया है। प्रशासन अब जरुरत होने पर मरीजों को कोविड सेंटर का उपयोग करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सेंटर से संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य लाभ होगा। 
S.P.MITTAL BLOGGER (21-05-2021)
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