Friday 21 May 2021

कोरोना काल में आनासागर के रिवर फ्रंट पर जलकुंभी का कब्जा। प्रशासन की व्यस्तता का जलकुंभी ने उठाया फायदा।कॉम्प्लेक्स निर्माण की आड़ में सौ वर्ष पुराना पीपल का पेड़ गिराया। पार्षद देवेंद्र शेखावत ने आरोप लगाया।

यूं तो अजमेर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों का प्रत्येक बुधवार को मौके पर जाकर जायजा ले रहे थे, लेकिन कोरोना संक्रमण में लगे लॉकडाउन की वजह से कलेक्टर अन्य कार्यों में भी व्यस्त हो गए। प्रशासन की इस व्यस्तता का जलकुंभी ने फायदा उठाया। आना सागर से जुड़ी बांडी नदी को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में रिवर फ्रंट के तौर पर तैयार किया जा रहा है। इस पर कोई 7 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है। अभी तक बांडी नदी की दीवार को ऊंचा कर गुलाबी रंग के पत्थर लगा दिए गए हैं तथा सीमेंट के ब्लॉक बिछाए जा रहे हैं। नि:संदेह यह रिवर फ्रंट आकर्षक लगने लगा है। लेकिन इसके आकर्षण पर रिवर फ्रंट के अंदर जमी जलकुंभी पानी फेर रही है। पुष्कर रोड की मुख्य सड़क से लेकर बीके कौल नगर तक में जलकुंभी ने कब्जा कर लिया है। जलकुंभी के जमा होने से अब दुर्गंध भी आने लगी है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों का ध्यान जलकुंभी की ओर जाएगा। यह जलकुंभी पिछले एक माह से रिवर फ्रंट में जमी हुई है। पानी के स्थान पर रिवर फ्रंट में जलकुंभी ही नजर आती है। हालांकि नगर निगम के पास जलकुंभी को निकालने की मशीन है। लेकिन अधिकारियों की व्यस्तता की वजह से इस मशीन का भी सदुपयोग नहीं हो रहा है।
100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ गिराया:
अजमेर के सावित्री कॉलेज के सामने और मेवाड़ हॉस्पिटल के निकट एक बड़ा कॉम्प्लेक्स निर्माणाधीन है। इस कॉम्प्लेक्स के किनारे ही करीब 100 वर्ष पुराना एक पीपल का पेड़ लगा हुआ था। भाजपा के पार्षद देवेन्द्र सिंह शेखावत का आरोप है कि निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स के मालिक ने जानबूझ कर पीपल के उस पेड़ को गिराया है और अब पेड़ के टुकड़े टुकड़े कर दिए हैं। मौके पर पड़े टुकड़ों से पता चलता है कि यह पीपल का पेड़ कितना बड़ा और पुराना था। शेखावत ने कहा कि कोरोना काल में जब ऑक्सीजन की सर्वाधिक जरूरत है, तब ऑक्सीजन देने वाले पीपल के पेड़ को गिराया गया है। उन्होंने कहा कि पेड़ को गिराने के मामले में कॉम्प्लेक्स मालिक के विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए। कोई भी पेड़ वन विभाग की अनुमति के बगैर नहीं गिराया जा सकता है। यदि वन विभाग ने भी पीपल के पेड़ को काटने की अनुमति दी है तो ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने नगर निगम के आयुक्त खुशाल यादव से निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स के निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की है। शेखावत ने बताया कि नया बाजार स्थित ऐतिहासिक अजमेर के किले के निकट भी निर्माण कार्य हो रहा है। जबकि पुरातत्व महत्व के संग्रहालय के निकट पक्का निर्माण नहीं हो सकता है। शेखावत ने इस निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की है। यह कार्य गोल प्याऊ के निकट किया जा रहा है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (21-05-2021)
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