नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी घोषणा की है कि वह जम्मू कश्मीर की सभी पांचों सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे। मालूम हो कि फारुख अब्दुल्ला कांग्रेस की पहल पर इंडी एलायंस में शामिल है। लेकिन उन्होंने कांग्रेस के रुख को देखते हुए जम्मू कश्मीर में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इससे सबसे ज्यादा झटका कांग्रेस को लगा है। फारुख से पहले ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल आदि ने भी अपने अपने प्रभाव वाले राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है। ममता बनर्जी और केजरीवाल ने भी सीट शेयरिंग पर कांग्रेस की आलोचना की है। तीन बड़े विपक्षी दलों के अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा से कांग्रेस का इंडी एलायंस टुकड़े टुकड़े हो गया है। कांग्रेस का प्रयास था कि विपक्षी दलों को एकजुट कर लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जाए। लेकिन कांग्रेस का यह प्रयास जम्मू कश्मीर से लेकर पश्चिम बंगाल तक विफल हो गया है। बिहार में तो इंडी एलायंस के साथ से सत्ता ही चली गई है। उत्तर प्रदेश में सपा के साथ समझौते की संभावना अभी भी बनी हुई है, लेकिन सपा की सहयोग आरएलडी ने भाजपा का दामन थाम लिया है। देश में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें उत्तर प्रदेश में ही है। यूपी की पूर्व सीएम और बसपा की प्रमुख मायावती ने अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा की है। 2019 के चुनाव में भाजपा को यूपी में 62 सीटें मिली थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी भले ही भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हो, लेकिन कांग्रेस की कमजोर स्थिति को देखते हुए उनकी माताजी श्रीमती सोनिया गांधी ने भी यूपी के रायबरेली से लोकसभा का चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया है। सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुनी जा रही है।
S.P.MITTAL BLOGGER (16-02-2024)
Website- www.spmittal.in
Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog
Follow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11
Blog- spmittal.blogspot.com
To Add in WhatsApp Group- 9929383123
To Contact- 9829071511
No comments:
Post a Comment