Friday, 8 November 2024

वाकई अजमेर में भ्रष्टाचार चरम पर है। अच्छा हुआ भाजपा विधायक अनिता भदेल ने नगरीय विकास मंत्री खर्रा को बता दिया ।अदालत ने भी नगर निगम की कार्य प्रणाली पर नाराजगी जताई।केकड़ी कलेक्टर श्वेता चौहान की पहल पर 31 सौ करोड़ रुपए के निवेश पर एमओयू हुए।

अजमेर संसदीय क्षेत्र में नगर निगम से लेकर केंद्र सरकार तक भाजपा का शासन है। 10 माह पहले हुए विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार को प्रमुख मुद्दा बनाया। पिछले दस माह में राजस्थान में भी भाजपा की सरकार है। सरकार बनने पर उम्मीद जताई गई थी कि सरकारी दफ्तरों से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा, लेकिन 8 नवंबर को जब नगरीय विकास मंत्री झाबरमल खर्रा अजमेर आए तो भाजपा की विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने बताया कि अजमेर में सरकारी दफ्तरों में किस कदर भ्रष्टाचार फैला हुआ हैं। अधिकांश दफ्तरों में रिश्वत के बगैर कोई काम नहीं होता। अजमेर विकास प्राधिकरण में फैले भ्रष्टाचार का उदाहरण देते हुए भदेल ने उपायुक्त भरतराज गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए। भदेल ने मंत्री से कहा कि यदि इस अधिकारी को हटाया नहीं गया तो परेशान लोग पिटाई कर देंगे। भदेल ने गुस्से को देखते हुए मंत्री ने एडीए की आयुक्त नित्या के को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। शाम होते होते गुर्जर को मौजूदा पद से हटा दिया गया। विधायक भदेल ने मंत्री के समक्ष जो तेवर दिखाए उसकी अब सब जगह प्रशंसा हो रही है, क्योंकि स्थानीय निकायों में फैले भ्रष्टाचार से आम लोग परेशान है। भदेल ने वैशाली नगर में जिस गैस गोदाम को सीज करने का मामला उठाया, उसे भी शाम को खोल दिया गया। असल में इस गैस गोदाम को लेकर भदेल ने उपायुक्त गुर्जर को फोन किया था। इस पर गुर्जर ने गैस गोदाम के मालिक से कहा कि अब तूने विधायक से फोन करवाया है, इसलिए पचास हजार रुपए रिश्वत के देने होंगे। जबकि मालिक के पास गैस गोदाम की भूमि को लेकर सभी वैधानिक दस्तावेज मौजूद थे। उपायुक्त की इस हिमाकत पर ही भदेल ने मंत्री के समक्ष नाराजगी जताई।

अदालत भी नाराज:
अजमेर नगर निगम की कार्यशैली से अदालत भी नाराज है। सिविल न्यायाधीश अजमेर पश्चिम मनमोहन चंदेल ने 8 नवंबर को ही टिप्पणी की कि निगम के अधिकारी स्वयं को कानून और अदालत से ऊपर समझते हैं। न्यायाधीश ने 11 नवंबर को निगम के आयुक्त देशलदान को व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होने के आदेश दिए। देहली गेट स्थित एक कमर्शियल बिल्डिंग के मालिक ने बताया कि 8 नवंबर को न्यायाधीश चंदेल के समक्ष जब सुनवाई हो रही थी, तभी उसकी बिल्डिंग को निगम के अधिकारियों ने सीज कर दिया, जबकि उसके पास नगर निगम से स्वीकृत नक्शा भी है।

केकड़ी कलेक्टर की पहल:
दिसंबर में होने वाली राइजिंग राजस्थान समिट के अंतर्गत 8 नवंबर को केकड़ी जिले में भी 31 सौ करोड़ रुपए के निवेश के एमओयू हुए। स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित करने में कलेक्टर श्वेता चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही। केकड़ी के उद्यमियों की संस्था लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष और नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अनिल मित्तल ने बताया कि कलेक्टर श्वेता चौहान ने ही 250 बीघा भूमि पर रीको औद्योगिक क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज दिया। नए औद्योगिक क्षेत्र के विकसित होने के कारण ही उद्यमियों में केकड़ी उद्योग लगाने में रुचि दिखाई है। केकड़ी में होने वाले निवेश के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9928021482 अनिल मित्तल से जी जा सकती है।

केकड़ी में मेडिकल कॉलेज व यूनिवर्सिटी खोलने का प्रावधान
1500 करोड़ के करीब निवेश की प्लानिंग प्रस्तुत करने वाली श्री मिश्रीलाल दुबे मेमोरियल संस्थान ने केकड़ी में मेडिकल कॉलेज समेत विभिन्न सौगात लाने को लेकर सरकार के साथ एमओयू किया। संस्थान सचिव चंद्रप्रकाश दुबे व निदेशक अनिरुद्ध दुबे ने शिक्षा के क्षेत्र में 1000 करोड़ का एमओयू किया। इसके तहत मेडिकल, आयुर्वेदिक, वेटरनरी, विशेष शिक्षा उच्च शिक्षा के उच्च शिक्षण संस्थान और निजी यूनिवर्सिटी खोलने का प्रावधान रखा है। मिश्रीलाल दुबे संस्थान की ही त्रिवेणी महिला विकास समिति की सचिव प्रतिभा दुबे ने शिक्षा के क्षेत्र में 500 करोड का एमओयू किया। इसके तहत मेडिकल, आयुर्वेदिक, वेटरनरी, विशेष शिक्षा के डिप्लोमा और शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान खोलने का प्रावधान रखा है।

एनर्जी बायोफ्यूल आदि में 90 करोड़ के निवेश की योजना:
मित्तल इंडस्ट्रीज के अनिल मित्तल द्वारा 90 करोड़ के निवेश का एमओयू किया गया है। इसके तहत बायोफ्यूल वेस्ट प्रबंधन और एनर्जी के क्षेत्र में इन्वेस्ट किया जाएगा। खाद्य प्रोसेसिंग में टीकम जैन द्वारा 40 करोड के इन्वेस्ट की योजना प्रस्तुत की गई। फूड प्रोसेसिंग में नुहाल इंडस्ट्रीज की तरफ से 35 करोड़ की डवलपमेंट प्लानिंग का एमओयू किया गया। वहीं इस तरह से 24 सेक्टर में विभिन्न उद्योगों के विकास की योजना को लेकर एमओयू किया गया।

स्टॉल और प्रदर्शनी ने किया आकर्षित:
इस दौरान स्थानीय ग्रेनाइट ऑयल राजीविका महिला समूह द्वारा निर्मित उत्पादों समेत विभिन्न इकाइयों की प्रदर्शनी लगाई गई। स्टॉल और प्रदर्शनी ने कार्यक्रम में पहुंचे निवेशकों उद्यमियों को आकर्षित किया। अतिथियों ने भी स्टॉल्स का अवलोकन करते हुए उपलब्ध उत्पादों के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक परिवेश और केकड़ी के उद्योग एवं व्यापार पर आधारित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई।

S.P.MITTAL BLOGGER (09-11-2024)
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