राजस्थान की राजनीति खासकर भाजपा में सवाल उठ रहा है कि क्या उप चुनाव में किसी भी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की डिमांड नहीं आ रही? आमतौर पर चुनाव में कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों की मांग पर पार्टी के बड़े नेताओं की चुनावी सभा करवाई जाती है। राजस्थान में भी विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। मतदान 13 नवंबर को होना है। चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक 11 नवंबर को प्रचार बंद हो जाएगा। 7 नवंबर तक भी पूर्व सीएम राजे की चुनावी सभा की जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है। मुख्यमंत्री से लेकर भाजपा के प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल तक उपचुनाव वाले क्षेत्रों में जाकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। मंत्रियों और भाजपा के प्रदेश नेताओं तक की फौज उपचुनाव में सक्रिय है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा समय में हरियाणा के प्रभारी सतीश पूनिया भी जाट बाहुल्य सीट झुंझुनूं में सक्रिय है। एक समय था जब राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे के बगैर पत्ता भी नहीं हिलता था, लेकिन अब बदली हुई परिस्थितियों में वसुंधरा राजे की उपचुनावों में कोई भूमिका नजर नहीं आ रही है। राजे पूर्व सीएम ही नहीं बल्कि वर्तमान में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं, लेकिन उनकी सभाएं महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में भी नहीं हो रही। जानकारों के अनुसार प्रदेश में उपचुनाव की रणनीति बनाने में भी राजे की कोई भूमिका नहीं है। इन दिनों वसुंधरा राजे क्या कर रही है, इसकी भी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो रही। सोशल मीडिया पर भी राजे की कोई पोस्ट नजर नहीं आ रही है।
देवनानी - कादिर शाह की मुलाकात:
ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में चल रहे राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सम्मेलन में 6 नवंबर को राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और पाकिस्तान स्थित सिंध प्रांत की विधानसभा के अध्यक्ष सैयद परवेज कादिर शाह की मुलाकात हुई। देवनानी ने बताया कि इस मुलाकात में सिंध के कल्चर और इतिहास के बारे में जानकारी साझा की गई। दोनों के बीच सिंधी भाषा में संवाद हुआ। कादिर शाह ने देवनानी को पाकिस्तान आने का निमंत्रण भी दिया। उल्लेखनीय है कि देवनानी सिंधी बाहुल्य अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं। देवनानी के चुनाव में सिंधी मतदाताओं का विशेष योगदान होता है। चूंकि देवनानी भी सिंधी समुदाय के हैं इसलिए जब सिंध प्रांत की विधानसभा के अध्यक्ष से उनकी मुलाकात हुई तो वे काफी उत्साहित नजर आए।
पुष्कर परिषद की प्रशंसा:
7 नवंबर को राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने देहरादून में आयोजित उत्तराखंड प्रवासी सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुधांश पंत ने कहा कि राजस्थान के पुष्कर में जो उत्तराखंड भवन बन रहा है उसके निर्माण में पुष्कर नगर परिषद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पंत ने मुख्यमंत्री धामी को बताया कि आपने भवन के विस्तार के लिए एक करोड़ रुपए की राशि दी है। पुष्कर नगर परिषद इस राशि से उत्तराखंड भवन का विस्तार कार्य करवा रही है। यह कार्य जब पूरा हो जाएगा, तब उद्घाटन के लिए आपको ही बुलाया जाएगा। मालूम हो कि सुधांश पंत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के डेरा नाला क्षेत्र के निवासी हैं। उत्तराखंड प्रवासी सम्मेलन में सुधांश पंत को खासतौर से आमंत्रित किया गया है। पंत ने यह भी कहा कि मैं देश के किसी भी स्थान पर रहूं लेकिन मेरे दिल में हमेशा उत्तराखंड बसता है। पुष्कर में बन रहे उत्तराखंड भवन के संबंध में नगर परिषद के सभापति कमल पाठक ने बताया कि भवन का कार्य अंतिम चरण में है। परिषद के इंजीनियर पूरी कुशलता के साथ भवन का निर्माण करवा रहे है।
S.P.MITTAL BLOGGER (07-11-2024)
Website- www.spmittal.in
Facebook Page- www.facebook.com/SPMittalblog
Follow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11
Blog- spmittal.blogspot.com
To Add in WhatsApp Group- 9929383123
To Contact- 9829071511
No comments:
Post a Comment