Tuesday 28 August 2018

अजमेर में अब चंदीराम के जयपुर रोड वाले शो रूम पर भी होम फर्निशिंग और फेब्रिक की सुविधा।

अजमेर में अब चंदीराम के जयपुर रोड वाले शो रूम पर भी होम फर्निशिंग और फेब्रिक की सुविधा।
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बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नए कलेक्शन को ध्यान में रखते हुए अजमेर के सुप्रसिद्ध संस्थान चंदीराम ने अब अपने जयपुर रोड स्थित सिटी पावर हाऊस के निकट वाले शोरूम पर भी होम फर्निशिंग और फेब्रिक की सुविधा अपने ग्राहकों को उपलब्ध करवाई है। चंदीराम के मदार गेट वाले शो रूम पर होम फर्निशिंग और फेब्रिक की रेंज पहले की तरह उपलब्ध रहेंगी। स्मार्ट सिटी की भावनाओं के अनुरूप अब अजमेर के नागरिकों को भी होम फर्निशिंग और फेब्रिक के क्षेत्र में नई सामग्री और डिजाइन वाली चीजें उपलब्ध होंगी। रेमंड के शूटिंग शर्टिंग शूट लेंथ, गिफ्ट कोम्बी, शाॅल, कम्बल आदि के साथ-साथ होम फर्निशिंग में सोफा, पर्दे के कपड़े, वाॅल पेपर, गद्दे, बैडशीट, ब्लाइंडस, आर्टिटेक्ट आदि सामग्री भी उपलब्ध होगी। चंदीराम एंड संस के रमेश चंदीराम और भगवान चंदीराम ने बताया कि उनके पिता चंदीराम ने देश के विभाजन के बाद पाकिस्तान से अजमेर आकर छोटे स्वरूप में कपड़े का कारोबार शुरू किया था। अजमेर के नागरिकों के विश्वास की वजह से आज हमारा संस्थान लोकप्रिय है। हमारे दोनों संस्थानों पर सभी प्रमुख कंपनियों के रेडीमेड परिधान और फेब्रिक उपलब्ध है।
कमरे की स्थिति के अनुरूप हो साज सज्जाः
अब वो जमाना लद गया, जब आप ड्राइंग रूम में अपनी मर्जी अथवा करीगर की सलाह पर सोफे और बैडरूम में पलंग आदि रखते थे। अब हर काम नए नजरिए से होता है, जिसमें कमरे की स्थिति के अनुरूप साज-सज्जा होती है। अजमेर भी अब महानगरों की श्रेणी में आ गया है, इसलिए सरकार अजमेर को स्मार्ट सिटी बना रही है। अजमेर में चंदीराम का प्रतिष्ठान पिछले साठ वर्षों से फ्रेब्रिक और रेडीमेड वस्त्रों का कारोबार कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों से चंदीराम परिवार के युवा सदस्य सुरेश चंदीराम ने अजमेर क्षेत्र में मकान, बंगले आदि के इंटीरियर डिजाइनिंग का काम भी शुरू कर रखा है। सुरेश का कहना है कि कमरे में सोफा किस डिजाइन  का और कहां लगेगा, यह कमरे की स्थिति पर निर्भर करता है। कमरे की साइज के हिसाब से सोफे डिजाइन होने लगे हैं। सोफों के सामने टेबल कितनी बड़ी होगी, यह भी आर्ट है। इसी प्रकार बैडरूम में पलंग की डिजाइन और साइज भी कमरे की स्थिति पर निर्भर होती है। हालांकि बंगले का निर्माण करने वाले इंजीनियर खिड़की, दरवाजों आदि का ख्याल रखते हैं। लेकिन फिर भी ऐसी कमियां रह जाती है जिन्हें इंटीरियर डिजाइनिंग से दूर किया जा सकता है। दीवारों पर वाॅल पेपर कैसे लगेंगे यह भी अब कला हो गई है। छत को पांचवीं दीवार मानकर अलग-अलग रंग और डिजाइन के वाॅल पेपर लगाने होते हैं। आपका कक्ष आकर्षक और सुन्दर दिखे इसके लिए फेंसी आईटम का स्थान भी सोच समझ कर निर्धारित करना होता है। वाॅल पेपर के अनुरूप ही पर्दों और राॅड की डिजाइन तय होती है। यानि सभी वस्तुएं एक दूसरे से जुड़ी होती हैं। हमारे मदार गेट स्थित चंदीराम के प्रतिष्ठान पर ग्राहकों को सभी प्रकार की सुविधा और सलाह उपलब्ध करवाई जा रही है। नई-नई डिजाइनिंग की सामग्रियों की जानकार भी दी जा रही है। इतना ही नहीं वास्तुशास्त्र का ध्यान भी साज सज्जा में रखा जाता है। कई बार कोई सामग्री गलत दिशा में रख देने से परिवार के लिए फलदायक नहीं होती है। यानि साज-सज्जा में हर निर्णय का महत्व है। प्रतिष्ठान में प्रत्येक व्यक्ति को साज सज्जा की हर सामग्री दिखाई और समझाई जाती है। साज-सज्जा के बारे में और अधिकार जानकारी मोबाइल नम्बर 9414008596 पर सुरेश चंदीराम से ली जा सकती है।
एस.पी.मित्तल) (28-08-18)
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1 comment:

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