अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अजमेर शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर शहरवासियों के मन में अनेक सवाल है। कुछ लो एलिवेटेड रोड के बारे में जानना चाहते हैं तो कुछ लोग सीवरेज के बारे में। आनासागर के चारों तरफ बन रहे पाथवे और जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में हो रहे कार्यों को लेकर भी लोगों के मन में सवाल है। हालांकि अखबारों में आए दिन स्मार्ट सिटी के कार्यों के बारे में छपता है, लेकिन कई मौकों पर खबर समझ में नहीं आती है। शहरवासियों की जिज्ञासा को देखते हुए मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर स्मार्ट सिटी के सभी 43 कार्यों का सचित्र फोल्डर देखा जा सकता है। कुछ सेकंड के बाद अपने आप फोल्ड कर दूसरा पृष्ठ आ जाएगा। चूंकि स्मार्ट सिटी फोल्डर 43 पृष्ठों का है, इसलिए दो पार्ट में पोस्ट किया गया है। इस फोल्डर को जागरूक पाठक अपने मोबाइल में आसानी से ट्रांसफर कर सकते है। स्मार्ट सिटी के कार्य सही है या गलत, इस पर मैं अभी कुछ नहीं लिख रहा हूं यह बताना चाहता हूं कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इसीलिए इस प्रोजेक्ट की अधिकांश राशि केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही है। केन्द्र सरकार की मंशा थी कि अजमेर देश के चुनिंदा शहरों में से एक हो, इसलिए 2 हजार करोड़ रुपए का आवंटन भी किया गया, लेकिन स्मार्ट सिटी के कार्यों में राज्य सरकार की स्कूलों की मरम्मत तक के कार्य शामिल कर लिए गए हैं। सर्वाधिक पैसा आनासागर पर खर्च किया जा रहा है। पाथवे निर्माण से आनासागर की भराव क्षमता भी कम हो रही है। नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन का आरोप है कि स्मार्ट सिटी के इंजीनियर अजमेर के भू माफियाओं से मिले हुए हैं, इसलिए आनासागर की भराव क्षमता को कम किया गया है। स्मार्ट सिटी के कार्य शहरवासियों के लिए कितने उपयोगी होंगे, यह वक्त बताएगा, लेकिन अभी की हकीकत यह है कि अजमेर में तीन-चार दिन में एक बार मात्र एक घंटे के लिए पेयजल की सप्लाई हो रही है। प्यासे लोग सेवन वंडर्स और म्यूजिकल फाउंटेन का लुफ्त कैसे उठाएंगे, यह स्मार्ट सिटी बनाने वाले इंजीनियर ही बता सकते हैं। फोल्डर में तो अजमेर वाकई स्मार्ट लग रहा है।
क्लेट में चयन:
अजमेर के वरिष्ठ पत्रकार रजनीश रोहिल्ला के पुत्र और कोटड़ा स्थित सेंट्रल एकेडमी के छात्र मानस रोहिल्ला का क्लेट परीक्षा 2021 में लगातार दूसरी बार चयन हुआ है। देश की टॉप लॉ यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। मानस गत बार भी परीक्षा में सफल रहा था, लेकिन 11वीं कक्षा में अध्ययन करने के कारण लॉ की पढ़ाई नहीं कर सका। पांच वर्षीय कोर्स के लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी है। इस बार मानस का ऑल इंडिया रैंक 646 रहा है, जबकि गत बार 2210 था। क्लेट परीक्षा में देशभर के विद्यार्थी भाग लेते हैं। इस एंट्रेंस टेस्ट की तुलना अन्य नेशनल स्तर के टेस्ट से होती है। मानस की सफलता के लिए मोबाइल नम्बर 8741812724 पर रजनीश रोहिल्ला को बधाई दी जा सकती है।
क्लेट में चयन:
अजमेर के वरिष्ठ पत्रकार रजनीश रोहिल्ला के पुत्र और कोटड़ा स्थित सेंट्रल एकेडमी के छात्र मानस रोहिल्ला का क्लेट परीक्षा 2021 में लगातार दूसरी बार चयन हुआ है। देश की टॉप लॉ यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। मानस गत बार भी परीक्षा में सफल रहा था, लेकिन 11वीं कक्षा में अध्ययन करने के कारण लॉ की पढ़ाई नहीं कर सका। पांच वर्षीय कोर्स के लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी है। इस बार मानस का ऑल इंडिया रैंक 646 रहा है, जबकि गत बार 2210 था। क्लेट परीक्षा में देशभर के विद्यार्थी भाग लेते हैं। इस एंट्रेंस टेस्ट की तुलना अन्य नेशनल स्तर के टेस्ट से होती है। मानस की सफलता के लिए मोबाइल नम्बर 8741812724 पर रजनीश रोहिल्ला को बधाई दी जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (29-07-2021)
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