Thursday 15 July 2021

राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर अपने पति भैरो सिंह गुर्जर के साथ तीर्थ यात्रा पर निकली।वकील एके जैन ने कहा कि भैरो सिंह गुर्जर का नाम एसीबी की एफआईआर में नहीं है। आरोप राजनीतिक द्वेषता से लगाए हैं।गुर्जर दम्पत्ति के नाम पर 23 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए सज्जन सिंह गुर्जर और उसके साथ का पुलिस रिमांड 16 जुलाई को समाप्त हो जाएगा।

आरएएस इंटरव्यू में रिश्वतखोरी के प्रकरण में उलझी राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य श्रीमती राजकुमारी गुर्जर अब अपने पति पूर्व आईपीएस भैरो सिंह गुर्जर के साथ तीर्थ यात्रा पर निकल गई हैं। 15 जुलाई को एसीबी ने श्रीमती गुर्जर के पति भैरो सिंह गुर्जर को जयपुर में तलब किया था। लेकिन गुर्जर के वकील एके जैन ने एक पत्र देकर एसीबी को सूचित किया है कि उनका मुव्वकील अभी बाहर गया हुआ है, इसलिए उपस्थित नहीं हो सकता। पत्र में कहा गया उनका मुव्वकील जांच में सहयोग करेगा, जब जयपुर वापस लौटेगा तो अपने आप एसीबी के अधिकारियों के समक्ष उपस्थित हो जाएगा। एडवोकेट जैन ने कहा कि एसीबी ने 9 जुलाई को आयोग के जूनियर अकाउंटेंट सज्जन सिंह गुर्जर को 23 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। अगले दिन उसके साथी नरेन्द्र पोसवाल को भी गिरफ्तार कर लिया। अखबारों से पता चला कि इन दोनों ने भैरो सिंह गुर्जर का नाम लिया है। लेकिन एसीबी ने अपनी एफआईआर में गुर्जर को नामजद नहीं किया। इतना ही नहीं चार दिन गुजर जाने के बाद भी एसीबी ने भैरो सिंह गुर्जर को जांच पड़ताल के लिए नहीं बुलाया। चूंकि आरएएस भर्ती परीक्षा परिणाम भी 13 जुलाई की रात को ही घोषित हो गया इसलिए भैरो सिंह गुर्जर अपनी पत्नी राजकुमारी गुर्जर के साथ 14 जुलाई को तीर्थ यात्रा पर चले गए। गुर्जर दम्पत्ति अब एक सप्ताह बाद तीर्थ यात्रा से वापस लौटेंगे।  एडवोकेट जैन ने कहा कि एसीबी के अधिकारियों के हवाले से अखबारों में छपा है कि भैरो सिंह गुर्जर के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं। जैन ने आरोप लगाया कि राजनीतिक द्वेषता से उनके मुव्वकील पर आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे उनकी छवि भी खराब हो रही है। रिश्वत के प्रकरण से गुर्जर का कोई संबंध नहीं है।
16 जुलाई को रिमांड पूरा:
एसीबी के सूत्रों के अनुसार भैरो सिंह गुर्जर को 15 जुलाई को जयपुर कार्यालय में इसलिए बुलाया गया था ताकि आरोपी सज्जन सिंह गुर्जर और नरेंद्र पोसवाल से आमना सामना करवाया जा सके। दोनों ने अपने बयानों में कहा है कि रिश्वत की राशि आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर और उनके पति भैरो सिंह गुर्जर के लिए ही ली गई थी। आरोपियों के समक्ष पूछताछ के लिए ही एसीबी ने दो दिन के लिए रिमांड की अवधि बढ़ाई थी। अब 16 जुलाई को दोनों आरोपियों की रिमांड की अवधि पूरी हो जाएगी। एसीबी को दोनों आरोपियों को 16 जुलाई को अदालत में पेश करना है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि आयोग के अध्यक्ष डॉ. भूपेन्द्र यादव ने भी कहा है कि आरएएस के इंटरव्यू पूरी तरह फुलप्रूफ हुए हैं। रिश्वत के प्रकरण से इंटरव्यू की प्रक्रिया का कोई संबंध नहीं है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (15-07-2021)
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