Sunday 20 March 2022

आखिर धोखाधड़ी करने वालों के साथ दोस्ती क्यों रखते हैं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत?वैभव गहलोत राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर भी विराजमान है।केकड़ी से लेकर जयपुर तक के नेता पुत्रों की हो रही है चर्चा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत सहित 15 व्यक्तियों के खिलाफ 6 करोड़ 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला महाराष्ट्र के नासिक के गंगापुर थाने पर दर्ज हुआ है। पुलिस ने यह मामला अदालत के आदेश से दर्ज किया है। नासिक के कारोबारी सुशील पाटिल ने आरोप लगाया है कि गुजरात कांग्रेस के सचिव सचिन वालेरा ने महाराष्ट्र पर्यटन निगम में ई-टॉयलेट बनाने के ठेके संबंधी कागजात दिखाए। भारी मुनाफे का लालच देकर 6 करोड़ 80 लाख रुपए की राशि ले ली। प्रभाव डालने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत से मोबाइल पर बात भी करवाई। सचिन वालेरा पर विश्वास होने पर ही उसके बताए बैंक खातों में राशि जमा करवा दी गई। लेकिन मुनाफा तो दूर मूल राशि ही वापस नहीं की जा रही है। यह सही है कि यह मामला नासिक के कारोबारी सुशील पाटिल और गुजरात कांग्रेस के सचिव सचिन वालेरा के बीच का है। धोखाधड़ी का मुख्य सूत्रधार सचिन वालेरा ही है। यह भी सही हो सकता है कि 6 करोड़ 80 लाख रुपए की राशि में से वैभव गहलोत को कुछ भी नहीं मिला हो, महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम में ई-टॉयलेट बनाने को लेकर भी वैभव से कोई बात नहीं हुई हो। लेकिन फिर भी वैभव गहलोत का नाम उछल रहा है। चूंकि अशोक गहलोत स्वयं को गांधीवादी मानते हैं, इसलिए मामला कुछ ज्यादा ही तूल पकड़ रहा है। असल में यह सब मामला यारी दोस्ती का है। हो सकता है कि धोखाधड़ी के सूत्रधर सचिन वालेरा से वैभव गहलोत के संबंध अच्छे हों। सचिन ने ऐसे संबंधों का फायदा उठाकर ही कारोबारी सुशील पाटिल से वैभव की मुलाकात भी करवाई होगी। सवाल उठता है कि आखिर वैभव गहलोत धोखाधड़ी करने वालों के साथ दोस्ती क्यों रखते हैं? वैभव को समझना चाहिए कि वे एक मुख्यमंत्री के बेटे हैं। उनकी हर गतिविधि भी सार्वजनिक होती है। वैभव का कहना है कि राजनीतिक द्वेषता वश ऐसे आरोप लगाए गए हैं। जब भी चुनाव आते हैं तब ऐसे आरोप लगते हैं। ऐसे आरोपों से घबराने वाला नहीं हूंू। मैं जन सेवा का कार्य करता रहूंगा। वैभव ने भले ही अपनी ओर से सफाई दे दी हो, लेकिन यह मामला अभी दबने वाला नहीं है। हो सकता है कि सीएम गहलोत भी अपनी ओर से सफाई दें। अशोक गहलोत तो सीधे प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर ही साजिश का आरोप लगाएंगे।
 
केकड़ी से लेकर जयपुर तक नेता पुत्रों की चर्चा:
इन दिनों मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र की ही चर्चा नहीं हो रही बल्कि केकड़ी से लेकर जयपुर तक के नेता पुत्रों की चर्चा राजनीतिक गलियारों में हो रही है। जयपुर के एक नेता पुत्र का मामला तो बहुत ज्यादा उलझ गया है। इसी प्रकार केकड़ी का नेता पुत्र लगातार सुर्खियों में है। ऐसे पुत्र अपने पिता के रुतबे के कारण सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी रौब डालते हैं। इन नेता पुत्रों के कारनामों की वजह से आम लोग भी परेशान है। नेताओं ने अपने क्षेत्रों की जिम्मेदारी इन पुत्रों को सौंप रखी है। पुत्रों का ऐसा व्यवहार है कि अगले चुनाव में नेता जी की जमानत जब्त हो जाएगी। 

S.P.MITTAL BLOGGER (20-03-2022)
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