Wednesday 17 May 2023

कर्नाटक के नाटक में भी राजस्थान के सचिन पायलट की गूंज।मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान, आसमान की ओर थूकने जैसा है।जी राजस्थान के एडिटर मनोज माथुर अब रीजनल चैनल्स (डिजिटल) के हैड होंगे।

कर्नाटक विधानसभा के चुनाव परिणाम 13 मई को ही आ गए। 14 मई को कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री पद का फैसला कांग्रेस हाईकमान पर छोड़ दिया। लेकिन चार दिन गुजर जाने के बाद भी हाईकमान मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं कर सका है। जब कांगे्रस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से भी झगड़ा नहीं निपटा है, तब 17 मई को दोनों प्रमुख दावेदार सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने कांग्रेस के सुप्रीमो राहुल गांधी से अलग अलग मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार डीके ने स्पष्ट कहा है कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो उपमुख्यमंत्री या मंत्री भी नहीं बनेंगे। वे सिद्धारमैया का विरोध भी नहीं करेंगे, लेकिन विधायकों को एकजुट रखने की अब उनकी जिम्मेदार नहीं होगी। डीके के तेवर देखते हुए ही कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद का निर्णय नहीं हो रहा है। लेकिन मीडिया में कर्नाटक के राजनीतिक नाटक में राजस्थान के कांग्रेसी नेता सचिन पायलट की खूब चर्चा हो रही है। अब डीके शिव कुमार का नाम सचिन पायलट के रूप में लिया जा रहा है। जानकारों का मानना है कि सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो डीके शिवकुमार की भूमिका सचिन पायलट की तरह नजर आएगी। पायलट जिस तरह अब अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, उसी तरह डीके के को भी जाने वाले समय में करना पड़ेगा। 2018 में पायलट ने हाईकमान के सामने जो तर्क रखे वही तर्क अब दिल्ली में डीके भी रख रहे हैं। डीके का कहना है कि 2018 में सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री रहते हुए ही कांग्रेस को बुरी हार मिली थी। जब पार्टी मरणासन्न स्थिति में थी, तब उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने जो मेहनत की उसी का परिणाम है कि आज कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। मुसीबत के समय गांधी परिवार के साथ मैं अकेला ही खड़ा रहा। इस वजह से मेरे विरुद्ध केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्यवाही हुई। कोई चार महीने तक मुझे जेल में भी रहना पड़ा। इतना सब कुछ करने के बाद भी यदि सिद्धारमैया को दोबारा से मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो फिर सरकार चलाने उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। मीडिया में कर्नाटक के हालातों की तुलना राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट के बीच चल रहे झगड़े से की जा रही है। राजस्थान से राज्यसभा के सांसद और मौजूदा समय में कर्नाटक में केंद्रीय पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला ने कहा भी है कि कर्नाटक को राजस्थान नहीं बनने दिया जाएगा।
 
आसमान की ओर थूकना:
राजस्थान में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही लड़ाई को खत्म करवाने के लिए वे कांग्रेस हाईकमान से बात करेंगे। दोनों नेताओं को अपना अहम छोड़कर संगठन को मजबूत करने में भूमिका निभानी चाहिए। खाचरियावास का यह बयान आसमान की ओर थूकने के समान है। खाचरियावास भले ही कैबिनेट मंत्री हो, लेकिन प्रदेश की राजनीति में वे बहुत जूनियर है। खाचरियावास के मुकाबले में शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, परसादी लाल मीणा जैसे कई कैबिनेट मंत्री बहुत सीनियर हैं। पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी और गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा ने भी दोनों बड़े नेताओं के झगड़े समाप्त करवाने की बात नहीं की। लेकिन खाचरियावास को लगता है कि जब वे हाईकमान से बात करेंगे तो दोनों नेताओं के बीच विवाद खत्म हो जाएगा। खाचरियावास यह बात तब कह रहे हैं, जब प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट ने सीएम गहलोत के खिलाफ सड़कों पर मोर्चा खोल रखा है।
 
माथुर अब रीजनल हेड:
अब तक जी न्यूज राजस्थान के एडिटर के पद पर कार्य कर रहे मनोज माथुर अब जी के सभी रीजनल चैनल (डिजिटल) के हैड होंगे। टीवी और डिजिटल पत्रकारिता में माथुर की यह ऊंची छलांग है। इस बारे में कंपनी की ओर से जारी सूचना के अनुसार अब मनोज माथुर की सेवाएं जी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड से इंडिया डॉट कॉम डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित कर दी गई हैं। जी में डिजिटल के सभी काम इसी कंपनी के बैनर तले होते हैं। इससे पहले जेडएमसीएल में ही डिजिटल का काम होता था, जिसमें पूरे देश में मनोज माथुर के नेतृत्व में सफलतम हाइपर लोकल कांस्पेट की शुरुआत हुई थी। अब नई व्यवस्था में वे सभी डिजिटल चैनल के काम के साथ टीवी चैनल्स के साथ कॉर्डिनेशन का काम भी प्रमुखता से देखेंगे। मनोज माथुर को मीडिया में काम करने का करीब 23 साल का अनुभव है। पूर्व में वह करीब एक साल इंडिया न्यूज और करीब साढ़े आठ साल ईटीवी से भी जुड़े रहे हैं। मोबाइल नंबर 9799602400 पर मनोज माथुर को बधाई दी जा सकती है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (17-05-2023)
Website- www.spmittal.in
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