Thursday 8 January 2015

पूर्व मंत्री सोनगरा के कुनबे का विरोध

पूर्व मंत्री सोनगरा के कुनबे का विरोध
भाजपा के सिद्धांतों के खिलाफ हो रही राजनीति
पूर्व मंत्री श्रीकिशन सोनगरा के परिवार के सदस्यों का लगातार राजनीति में सक्रिय होने का अब भाजपा में ही विरोध शुरू हो गया है। सोनगरा की पुत्र वधु डॉ. रश्मि सोनगरा अजमेर का जिला प्रमुख बनाने की योजना  से ही जिला परिषद के वार्ड संख्या 30 से भाजपा का उम्मीदवार बनाए जाने का प्रयास हो रहे हैं।
डॉ. रश्मि के पति पवन सोनगरा अमरीका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से नोएडा स्थित एक कंपनी में कार्यरत हैं, लेकिन इसे राजनीतिक का लालच ही कहा जाएगा कि रश्मि सोनगरा का नाम विगत दिनों जिले की श्रीनगर पंचायत समिति की नरवर ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में शामिल हो गया। जबकि स्वयं श्रीकिशन सोनगरा अजमेर के सिविल लाइन क्षेत्र में पन्द्रह वर्षों से निवास कर रहे हैं। सोनगरा ने अजमेर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक का चुनाव लड़ा, फिर मंत्री भी बने। सोनगरा की पुत्रवधु का नाम ग्रामीण क्षेत्र की मतदाता सूची में इसलिए शामिल किया गया, ताकि जिला प्रमुख का पद हासिल किया जा सके। इस बार अजमेर की जिला प्रमुख का पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है। यही वजह है कि सोनगरा जैसे एससी के नेता अपने रिश्तेदारों को जिला परिषद के वार्ड में उम्मीदवार बनवा रहे हैं। डॉ. रश्मि सोनगरा ने जिस 30 नम्बर वार्ड से उम्मीदवारी के लिए आवेदन किया है। उसका चुनाव द्वितीय चरण में होना है। द्वितीय चरण के नामांकन 9 जनवरी से शुरू होगा। उम्मीद है कि अगले एक या दो दिन में द्वितीय चरण के वार्डों के उम्मीदवार के नाम भाजपा की ओर से घोषित कर दिए जाएंगे। श्रीनगर पंचायत समिति क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने मीरा रावत, शक्ति सिंह, छोटी देवी, सुआ देवी, तारा देवी, नानी देवी गुर्जर आदि ने प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अशोक परनामी व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर पूर्व मंत्री सोनगरा की पुत्रवधु की उम्मीदवारी का कड़ा विरोध किया है। पत्र में कहा गया है कि स्वयं सोनगरा का भी अजमेर राजनीति से कोई संबंध नहीं है, क्योंकि गत दो विधानसभा चुनाव में सोनगरा ने बाहर जाकर चुनाव लड़े हैं, लेकिन फिर भी सोनगरा अजमेर की राजनीति में सक्रिय रहते हैं, अभी हाल ही में शहर जिला भाजपा के पदाधिकारियों की जो घोषणा हुई उसमें सोनगरा के पुत्र विकास सोनगरा को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसी प्रकार सोनगरा की पुत्री पूर्व में भाजपा महिला मोर्चो की पदाधिकारी रह चुकी हैं। जहां सोनगरा के पुत्र, पुत्री व पुत्रवधु राजनीति का लाभ ले रहे हैं। वहीं उनके अनेक रिश्तेदार अजमेर में ही महत्त्वपूर्ण सरकारी पदों पर नियुक्त हैं। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष से मांग की है कि डॉ. रश्मि सोनगरा को जिला परिषद का सदस्य नहीं बनाया जाए।
-(एस.पी.मित्तल)(spmittal.blogspot.in)

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