Monday 4 April 2022

करौली में हिन्दू नववर्ष की बाइक रैली पर पत्थर, जबकि अजमेर में चेटीचंड के जुलूस पर ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर फूल बरसाए गए।केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद से देश में तनाव-सीएम अशोक गहलोत।करौली के अपराधियों को गहलोत सरकार का संरक्षण-सतीश पूनिया।अबूधाबी में बन रहा है एशिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर।


2 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष के अवसर पर जब राजस्थान के करौली में बाइक रैली निकल रही थी, तब कुछ समाजकंटकों ने रैली पर पत्थर फेंके। इस पत्थरबाजी में करौली कोतवाली के थानाधिकारी सहित चार पुलिस कर्मी और 30 अन्य लोग जख्मी हो गए। उपद्रवियों ने एक दर्जन दुकानों को आग लगा दी तथा करीब दो दर्जन दुकानों में जमकर तोडफ़ोड़ की। घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने 4 अप्रैल को रात 12 बजे तक के लिए कफ्र्यू लगा दिया तथा इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी है। करौली में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। कहा जा रहा है कि हिन्दू नव वर्ष को उत्साह से मनाना कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है। एक ओर करौली में हिन्दू समुदाय की बाइक रैली पर पत्थर फेंके गए, वहीं हिन्दू नववर्ष और भगवान झूलेलाल की जयंती पर निकलने वाले चेटीचंड के जुलूस पर 2 अप्रैल को ही अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर पुष्प वर्षा की गई। इस परंपरा को दरगाह के प्रमुख खादिम सैयद अब्दुल गनी गुर्देजी वर्षों से निभा रहे हैं। न केवल पुष्प वर्षा हो रही है, बल्कि जुलूस में शामिल सैकड़ों लोगों की दस्तारबंदी की जाती है। गनी गुर्देजी खुद अपने हाथों से हिन्दुओं के सिर पर पगड़ी बांधते हैं। 2 अप्रैल को दरगाह के बाहर गनी गुर्देजी के साथ राजस्थान नागरिक बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेश टंडन भी उपस्थित रहे। गनी गुर्देजी का कहना है कि सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती ने भाईचारे का जो पैगाम दिया, उसके अनुरूप वे प्रतिवर्ष चेटीचंड के जुलूस का दरगाह के बाहर स्वागत करते हैं। इस परंपरा के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9829071897 पर गनी गुर्देजी से ली जा सकती है।

देश का माहौल खराब:
3 अप्रैल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाड़मेर में मीडिया से संवाद करते हुए करौली के प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही जाए। लेकिन इसके साथ ही गहलोत ने करौली के प्रकरण के संदर्भ में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलने वाली केंद्र की एनडीए सरकार पर भी हमला बोला। गहलोत ने कहा कि जब से एनडीए की सरकार बनी है तब से देश का माहौल खराब है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कार्यकर्ता जाति और धर्म की राजनीति करते हैं इसलिए दंगे फसाद होते हैं। 2014 में भाजपा को देश में मात्र 31 प्रतिशत वोट मिले थे। यानी 69 प्रतिशत लोग नरेंद्र मोदी को नहीं चाहते थे। गहलोत ने कहा कि सरकार बना लेना का मतलब यह नहीं कि पूरा देश साथ है। हमें असहमत लोगों को भी साथ लेकर चलना होगा। गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी अकेले ऐसे नेता है जो एनडीए सरकार की खिलाफत कर रहे हैं। राहुल गांधी के इस संघर्ष को विपक्ष को गंभीरता से लेना चाहिए।
 
सरकार का संरक्षण:
करौली में हुई हिंसक घटनाओं के संदर्भ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अपराधियों को सरकार का संरक्षण है, इसलिए अपराधियों की गिरफ्तारी में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि हिन्दुस्तान में हिन्दू नववर्ष के मौके पर बाइक रैली में पत्थर फेंके जाएंगे तो फिर संबंधित प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं, इसलिए करौली में समुदाय विशेष के लोगों ने बाइक रैली पर पत्थर फेंके। पत्थर फेंकने वालों को पता है कांग्रेस के शासन में उनका कुछ भी नहीं बिगड़ेगा। पूनिया ने कहा कि गहलोत अपने तुष्टीकरण के बयानों से माहौल खराब कर रहे हैं। राजस्थान में कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है।
 
अबू धाबी में हिन्दू मंदिर:
एक ओर जहां राजस्थान के करौली में हिन्दू नववर्ष पर निकलने वाली बाइक रैली पर पत्थर फेंके जा रहे हैं, तो वहीं मुस्लिम देश यूएई में एशिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर बन रहा है। अबू धाबी में निर्माणाधीन इस हिन्दू मंदिर के लिए यूएई के प्रिंस क्राउन ने 50 एकड़ भूमि नि:शुल्क दी। 35 एकड़ भूमि पर भारत की सनातन और अध्यात्म की संस्कृति के अनुरूप भव्य मंदिर बनेगा। अबू धाबी के रेगिस्तान में बनने वाले इस हिन्दू मंदिर में भारत की तीनों प्रमुख नदियों के स्वरूप को दिखाया जाएगा। जिस प्रकार हरिद्वार में गंगा के किनारे महाआरती होती है, उसी प्रकार अबू धाबी के मंदिर परिसर में भी महाआरती प्रतिदिन होगी। इस मंदिर में हिन्दू देवी देवताओं की प्रतिमाओं को स्थापित किया जा रहा है। मंदिर की बाहरी दीवारों पर राजस्थान के करौली क्षेत्र का ही पिंक पत्थर लगाया जा रहा है। इसी प्रकार अंदर इटली का सफेद मार्बल लगाया जा रहा है। इस मंदिर का निर्माण स्वामी नारायण संस्थान द्वारा किया जा रहा है। संस्थान के प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान में 2 हजार श्रमिक प्रतिदिन गुलाबी पत्थर पर नक्काशी का काम कर रहे है। इन पत्थरों पर भारत की वास्तुकला के चित्रण हो रहा है। नक्शा के बाद इन पत्थरों को पानी के जहाज के जरिए आबूधाबी लाया जाता है। प्रवक्ता ने उम्मीद जताई की इसी वर्ष यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। इस मंदिर की नींव वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के प्रिंस क्राउन ने संयुक्त रूप से रखी थी। मंदिर के लोकार्पण के समय भी ये दोनों अतिथि मौजूदा रहेंगे। यूएई में मंदिर को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (03-04-2022)
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