भारत में सबसे बड़ा विधानसभा भवन कर्नाटक राज्य में है, वहां पर एक पंक्ति लिखी है राजकीय कार्य भगवान का कार्य है और अगर मानें तो यह बिल्कुल सही है। हम अपनी ड्यूटी करते हुए जो कार्य कर सकते है जितने भूखे व्यक्तियों का आप पेट भर सकते हो या जितने प्यासे लोगों को पानी पिला सकते हो या नरेगा योजना में जितने लोगो को रोजगार दे सकते हो या बच्चों को पढा सकते है] उनका अच्छा भविष्य बना सकते हैं हमें अवसर है कि एक बेहतर देश बना सकते हैं है। यह जो अवसर ईश्वर ने हमें दिया है यह वाकई दैवीय कार्य है। सभी लोग सेवक यदि मिलकर यह प्रयास करें और बेहतर लोक सेवाऐं अर्थात पब्लिक सर्विस डिलीवरी को सुनिश्चित करेंए ऐसा संभव है।Ó क्योंकि सब लोग मिल कर एक समर्पित टीम के रूप में जब कार्य करेंगे तो कुछ भी असंभव नहीं है। जैसा कि रामधारी सिंह दिनकर जी ने कविता के माध्यम से कहा है-
है कौन विघ्न ऐसा जग में,
टिक सके वीर नर के मग में,
खम ठोंक ठेलता है जब नरए,
पर्वत के जाते पाँव उखड़,
मानव जब जोर लगाता है,
पत्थर पानी बन जाता है।
अनेक चुनौतियों के बावजूद गुड गवर्नेंस, बेस्ट पब्लिक सर्विस डिलीवरी दी जा सकती है ये लोक सेवक के संकल्प और सामर्थ्य पर निर्भर करता है। उसके devotion, dedication, commitment, honesty व sensitivity पर। अगर प्रत्येक अधिकारी व राज्यकर्मी यह तय कर ले कि दफ्तर में जो भी व्यक्ति अपने कार्य के लिए आता है हम उसका काम बिना कोई अपेक्षा किये बिना किसी सिफारिश के बिना रिश्वत के बिना किसी स्वार्थ के पूरा कर दें। प्रत्येक पुलिस अधिकारी व कर्मी यह तय कर ले कि हमे अपराध की रोकथाम और कानून की पालना बिना किसी दबाव के बिना किसी प्रलोभन के बिना किसी लालच के करना है। अगर ऐसा होगा तो हम पाएंगे कि हमारा भारत शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ गया चिकित्सा सेवाएं बेहतर मिलने लग गयी है। अगर इंजीनियर अपना काम अच्छी तरह से कर रहे है तो हम पाएंगे कि घर.घर तक पानी, बिजली, सड़क पहुंच गई है। और प्रशासनिक अधिकारी अगर यह निश्चय कर ले तो बिल्कुल यह बात तय है कि हम सब बेहतर गर्वनेन्स दे पाएंगे सुशासन दे पायेगें। राज्य सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतार पायेगें। जो संवेदनशील पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन की बात की जाती है वो कागज पर न रहकर धरातल पर उतर पाएगी। आज का दिन यह संकल्प लेने का है। देश के निर्माण में नेशन बिल्डिंग में अपना योगदान देने का। लोक सेवक के रूप में यह हमारी पब्लिक ड्यूटी भी है अगर उसको भली भांति कर ले तो नेशन बिल्डिंग अपने आप हो जाएगी यदि जो भी हमारी ड्यूटी है उसको हम पूरे मन से पूरे कर्तव्यनिष्ठा से और पूरी ईमानदारी से अंजाम दे। जब शासन का प्रत्येक लोकसेवक सुशासन देने के लिए कृत संकल्पित होगा और शासन के कार्य में दक्षता, गुणवत्ता, परिश्रम, सत्य निष्ठा, कर्तव्य परायणता व सेवा भावना जैसे गुण समाहित होंगे तब समस्त राजकीय योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित हो पाएंगी और गांधी जी का रामराज्य का सपना साकार हो सकेगा और हर आंख से हर आंसू को दूर किया जा सकेगा।
गीत भी सुनाया:
21 अप्रैल को लोक सेवा दिवस पर जयपुर में भी प्रशासनिक अधिकारियों का एक समारोह हुआ। इस समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित रहे। समारोह में सीएम की उपस्थिति में समित शर्मा ने छोड़ो कल की बातें... कल की बात पुरानी... नए दौर में लिखेंगे, हम सब मिलकर नहीं कहानी, हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी गीत भी मधुर आवाज में सुनाया। इस गीत का वीडियो मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है।
21 अप्रैल को लोक सेवा दिवस पर जयपुर में भी प्रशासनिक अधिकारियों का एक समारोह हुआ। इस समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित रहे। समारोह में सीएम की उपस्थिति में समित शर्मा ने छोड़ो कल की बातें... कल की बात पुरानी... नए दौर में लिखेंगे, हम सब मिलकर नहीं कहानी, हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी गीत भी मधुर आवाज में सुनाया। इस गीत का वीडियो मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/
S.P.MITTAL BLOGGER (22-04-2022)
Website- www.spmittal.in
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