Monday 26 March 2018

समाज में सिंधी भाषा और संस्कृति को बनाए रखा जाए-स्वामी आदि सरस्वती। अजमेर में चेटीचंड पर्व महोत्सव के पखवाड़े का समापन।
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25 मार्चकी शाम को मुझे अजमेर के आदर्श नगर स्थित सिंधी मंदिर में समाज के एक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला। सिंधी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप मुझे भी तोलिया और शर्ट का पीस भेंट किया गया। यह समारोह चेटीचंड पर्व महोत्सव के समापन पर हुआ। एक पखवाडे़ तक चले महोत्सव में जुलूस निकालने से लेकर अनेक आयोजन हुए। इस समारोह की खास बात यह थी कि समारोह में पूरी तरह सिंधी भाषा का इस्तेमाल किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सिंधी संस्कृति की झलक दिखाई गई। समारोह में चिति योग संस्था की प्रमुख स्वामी अनादि सरस्वमी ने कहा कि समाज में जिस तेजी से बदलाव हो रहा है, उसमें सिंधी भाषा और संस्कृति को बचाए रखना है। सिंधी परिवारों में भी धीरे-धीरे सिंधी का उपयोग कम हो रहा है। काॅन्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे तो सिंधी भाषा बोल ही नहीं पाते। मैं बच्चों की अच्छी पढ़ाई के खिलाफ नहीं है, लेकिन काॅन्वेंट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को भी अपनी मातृभाषा तो आनी ही चाहिए। सिंधी कोई भाषा नहीं बल्कि हमारी संस्कृति भी है। उन्होंने झूलेलाल महोत्सव को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाने के लिए समाज के लोगों को बधाई भी दी। समारोह को क्षेत्रीय भाजपा विधायक और प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने भी संबोधित किया। समारोह में 80 वर्षीय शंभु भम्भानी, प्रेस फोटोग्राफर महेश नटराज आदि का सम्मान किया गया। इस अवसर पर आदर्श सिंधी पंचायत के अध्यक्ष गुरुबख्श मीरानी, कार्यवाहक अध्यक्ष जगदीश अभिचंदानी, सचिव लाल नाथानी, प्रेम प्रकाश आश्रम के ट्रस्टी दादा नारायणदास, महेश ईसरानी, कंवल प्रकाश किशनानी, गिरीश बाशानी, दीपक हासानी, धौलूभाई, उपमहापौर सम्पत सांखला, हेमंत भाटी आदि भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हरि चंदनानी ने किया।

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