Friday 5 October 2018

वसुंधरा के खिलाफ नारेबाजी को लेकर अजमेर के वकील भिड़े।

वसुंधरा के खिलाफ नारेबाजी को लेकर अजमेर के वकील भिड़े।
पानी को लेकर दिया जा रहा है धरना।
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अजमेर में पानी की किल्लत को लेकर जिला बार एसोसिएशन का धरना 5 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। पांच अक्टूबर को वकीलों के धरने को व्यापारिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया। पांच अक्टूबर को धरने के दौरान ही कांग्रेस विचारधारा के वकीलों ने जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ नारेबाजी की तो भाजपा की विचारधारा वाले वकील अशोक अग्रवाल, पंकज जैन, जेपी शर्मा आदि ने कड़ा ऐतराज जताया। वकीलों का कहना था कि पानी की समस्या को राजनीति से नहीं जोड़ा जाए। वहीं कांग्रेस विचारधारा वाले वकील वैभव जैन, विवेक पाराशर आदि ने कहा कि इस समय प्रदेश में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा की सरकार चल रही है, इसलिए सरकार के विरोध में नारे लगाना कोई गलत कार्य नहीं है। नारेबाजी को लेकर वकील आपस में ही उलझ गए। चूंकि वकीलों का धरना जिला सत्र न्यायालय के बाहर दिया जा रहा है, इसलिए जब वकील आपस में झगड़ने लगे तो मुख्य मार्ग जाम हो गया। बाद में समझाइश कर विवाद को शांत करवाया गया, तब यातायात सूचारू हो पाया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने कहा है कि पानी का आंदोलन जिले भर के लोगों के लिए किसी भी प्रकार से राजनीति नहीं होनी चाहिए। जिले भर में इन दिनों तीन-चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही है। इससे लोगों की परेशान का अंदाजा लगाया जा सकता है। त्रिपाठी ने इस बात पर अफसोस जताया कि सरकार बीसलपुर बांध से जयपुर को बड़ी मात्रा  में पेयजल की सप्लाई कर रही है, जबकि अजमेर के साथ भेदभाव किया जा रहा है। जयपुर में प्रतिदिन सप्लाई होती है। 
एस.पी.मित्तल) (05-10-18)
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