Monday 5 April 2021

उमेश चौरसिया की पुस्तक 'हनुमान' को पढ़कर भगवान राम के आदर्शों को समझा जा सकता है। भारत की सनातन संस्कृति में हनुमान जी ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने भगवान की भी मदद की है। चौरसिया की पुस्तक अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कंपनियां भी बेच रही है।

भारत की सनातन संस्कृति में हनुमान जी का ऐसा व्यक्तित्व जो भगवान राम की भी मदद करते हैं। यही वजह है कि आज देश दुनिया में राम जी से ज्यादा हनुमान जी के मंदिर है। अयोध्या में जब जन्म स्थल पर ही भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है, तब राजस्थान के सुप्रसिद्ध लेखक साहित्यकार उमेश चौरसिया ने अपनी नई पुस्तक ' हनुमान' साहित्य के क्षेत्र में उपलब्ध करवाई है। यूं तो चौरसिया ने अनेक पुस्तकें लिखी हैं, लेकिन यह पहला अवसर रहा जब उन्होंने अपनी बुद्धि और लेखन को धर्म से जोड़ा है। यही वजह है कि हनुमान जी पर लिखी पुस्तक अब चौरसिया की ख्याति तेजी से बढ़ रही है। सब जानते हैं बचपन को छोड़कर हनुमान जी का सारा जीवन राम जी को समर्पित रहा। इसलिए यदि हनुमान जी पर पुस्तक लिखी जाएगी तो राम जी का नाम तो आएगा ही। चौरसिया ने भले ही पुस्तक हनुमान जी पर लिखी हो, लेकिन अधिकांश संस्मरण भगवान राम से जुड़े हैं। यानी पुस्तक को पढ़ने वाला व्यक्ति भगवान राम के आदर्श भी समझ सकता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि चौरसिया ने बड़ी बुद्धिमत्ता से एक पुस्तक में भारत की सनातन संस्कृति का चित्रण किया है। रामायण के उन सभी प्रमुख प्रसंगों को शामिल किया है जो हनुमान जी से जुड़े हैं। कोरोनावायरस से मनुष्य विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है, तब चौरसिया की पुस्तक को पढ़कर हनुमान जी जैसी थोड़ी शक्ति प्राप्त की जा सकती है। जब लक्ष्मण को मूर्छित देखकर रामजी व्यथित थे तब हनुमान जी ने कहा प्रभु मेरे रहते आप चिंता क्यों करते हैं। आप आज्ञा प्रदान करें तो मैं अभी स्वर्ग से अमृत ले आऊं कहो तो भ्राता लक्ष्मण की रक्षा के लिए पृथ्वी भेद कर पाताल चला जाऊं और वहां से लोगों को मारकर अमृत कुंड ही लाकर लक्ष्मण को उसमें स्नान करा दूं। आप कहे तो साक्षात काल को ही समाप्त किए देता हूं ताकि मृत्यु का वह सदा के लिए समाप्त हो जाए। तो ऐसा जज्बा था एक भक्त का अपने भगवान के प्रति, क्योंकि चौरसिया की पुस्तक भारत की सनातन संस्कृति से जुड़ी हुई है, इसलिए अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कंपनियां भी हनुमान जी की पुस्तक को बेच रही है। इस पुस्तक का प्रकाशन जयपुर चौड़ा रास्ता स्थित साहित्य गार ने किया है । प्रकाशक के मोबाइल नंबर 9468943311 पर फोन कर पुस्तक मंगाई जा सकती है। पुस्तक के लेखन के लिए मोबाइल नंबर 9829482601 पर उमेश चौरसिया को शुभकामनाएं दी जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (05-04-2021)
Website- www.spmittal.in
To Add in WhatsApp Group- 9602016852
To Contact- 9829071511

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