Thursday 12 March 2015

अरविंद केजरीवाल अब कब दर्शन देंगे
आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे देश में वीआईपी कल्चर को समाप्त करेंगे। सीएम बनने के बाद भी आम आदमी बने रहेंगे। केजरीवाल के इस वायदे को अब उनके कथन के विपरीत ही माना जा रहा है। सीएम की कुर्सी संभालने के बाद केजरीवाल ने वीआईपी कल्चर की परंपरा को निभाते हुए सबसे पहले अपने स्वास्थ्य की चिंता की। पीएम नरेन्द्र मोदी की सलाह पर केजरीवाल बेंगलूरू में एक प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र में इलाज कराने चले गए। इस केन्द्र के नियम और शर्तों का केजरीवाल पूरी तरह पालन कर रहे हैं। एक सप्ताह बीत चुका है और केन्द्र के बाहर केजरीवाल की कोई जानकारी नहीं आ रही है। यह माना कि हर व्यक्ति को सबसे पहले अपने स्वास्थ्य की चिन्ता करनी चाहिए, लेकिन केजरीवाल अब एक ऐसे व्यक्तित्व बन गए हैं, जिन पर करोड़ों लोगों की आशाएं टीकी हुई हैं। इसे केजरीवाल का चमत्कार ही कहा जाएगा कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में 67 सदस्य आप के हैं। इसलिए दिल्लीवासियों को केजरीवाल से उम्मीदें भी ज्यादा है। समझ में नहीं आता कि केजरीवाल अपना ऐसा-कैसा इलाज करवा रहे हैं, जिससे वे पूरी दुनिया से कट गए हैं। जो केजरीवाल वीआईपी कल्चर को खत्म करना चाहते हैं, वो केजरीवाल यदि इस तरह अपना इलाज करवाएंगे तो फिर कथनी और करनी में अंतर नजर आएगा ही। केजरीवाल को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ दिल्ली में रहने वाले गरीब और असहाय लोगों के स्वास्थ्य की भी चिन्ता करनी चाहिए थी। अच्छा होता कि केजरीवाल दिल्ली के किसी सरकारी अस्पताल में आम आदमी की तरह अपना इलाज करवाते। केजरीवाल ने तो सीएम बनते ही यह बता दिया कि वे उसी प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र में इलाज करवाएंगे, जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी और देश के बड़े-बड़े लोग जाते हैं। केजरीवाल के समर्थकों को मेरा यह ब्लॉक शायद पसंद नहीं आए, लेकिन केजरीवाल के समर्थक यह बताए कि आप पार्टी में पिछले चार दिनों से जो घमासान मचा हुआ है, उसमें क्या केजरीवाल को सामने नहीं आना चाहिए? प्रशांत भूषण, योगेन्द्र यादव, अंजलि दमानिया, कुमार विश्वास, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया आदि बड़े नेता जिस प्रकार से पार्टी की फजीयत कर रहे हंै। उसमें दिल्ली के मतदाता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। आप पार्टी मतदाताओं की अपेक्षा पर खरा उतरे यह जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल की ही है। केजरीवाल को यह भी समझना चाहिए कि उनके विफल होने से उन ताकतों को बल मिलेगा, जो देश को जमकर लूट रहे हैं। केजरीवाल सिर्फ अपने स्वास्थ्य की चिन्ता करने की बजाए दिल्ली के नागरिकों और आप पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं की भावनाओं की भी चिन्ता करें।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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