Saturday 6 May 2017

#2541
तो क्यों नहीं बैठ सकता पत्नी के साथ मोटरसाइकिल पर पति।
डॉ.अनंत के कविता संग्रह का लोकार्पण विष्णु नागर करेंगे।
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आमतौर पर यही देखा जाता है की पति मोटरसाइकिल चलाता है और पत्नी उसके पीछे बैठी होती है, लेकिन अजमेर के युवा साहित्यकार डॉक्टर अनंत भटनागर ने अपने नए कविता संग्रह वहे लड़की जो मोटरसाइकिल चलाती है में यह सवाल उठाया है कि पत्नी मोटरसाइकिल चलाए औबर पति पीछे बैठे, ऐसा क्यों नहीं हो सकता? अनंत ने अपने संग्रह में पति-पत्नी के जीवन पर कविताएं लिखी हैं और संबंधों को लेकर व्यंग भी किया है। 50 वर्ष की उम्र पार करने के बाद परिवार के संबंधों पर भी कविताएं हैं। कोई 50 कविताओं के संग्रह का लोकार्पण देश के सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.विष्णु नागर 7 मई को शाम 5:30 बजे अजमेर के सूचना केंद्र के सभागार में करेंगे। युवा आलोचक पल्लव विशिष्ट अतिथि होंगे। उम्मीद है कि अनंत का कविता संग्रह लोगों की मन स्थिति को बदलने में सहायक होगा, क्योंकि जब हम महिलाओं को सबसे आगे रखते हैं तो फिर पत्नी ही मोटरसाइकिल पर पीछे क्यों बैठे? मोटरसाइकिल चलाने का जितना हक पति को है उतना पत्नी को भी। जिन पतिदेवों की पत्नियां नौकरी करती हैं, पति वेतन पर तो पूरा हक जमाते हैं, लेकिन पत्नी को मोटरसाइकिल चलाने का अधिकार नहीं देते। क्या संविधान में लिखा है कि मोटरसाइकिल सिर्फ पति चलाएगा? अब जमाना बदल रहा है, यह तर्क बेमानी है कि पत्नी को मोटरसाइकिल चलाना नहीं आता, तो पति क्या करें? जो पत्नी पूरा परिवार चला सकती है, क्या वह दो पहियों वाली मोटर साइकिल नहीं चला सकती? आनंत ने आज का जो ज्वलंत मुद्दा उठाया है उसके लिए उन्हें मोबाइल नंबर 9828052917 पर बधाई दी जा सकती है।
(एस.पी.मित्तल) (06-05-17)
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