Monday 22 May 2017

#2601
विमंदित बच्चे हो सकते हैं स्वस्थ। डॉ. प्रकाश गोलेच्छा ने किया गहन शोध।
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जयपुर निवासी और विमंदित बच्चों पर पिछले कई वर्षों से शोध और ईलाज कर रहे डॉ. प्रकाश गोलेच्छा का मानना है कि विमंदित बच्चे स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं। एयूटिज्म ऐसी बीमारी है, जिसमें बच्चों का मानसिक एवं शारीरिक विकास बहुत मंद गति से होता है। लेकिन यदि स्पीच और भौतिक परिचर्चा का उपयोग किया जाए तो इन रोग पर नियंत्रण और निदान भी किया जा सकता है। डॉ. गोलेच्छा का कहना है कि वे लंबे अरसे से विमंदित बच्चों और उनमें नजर आने वाली परेशानियों पर शोध कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि उनके शोध और परिश्रम का लाभ अब विमंदित बच्चों को मिले। उनका उद्देश्य पैसा कमाना नहीं है, वे सिर्फ सेवा की भावना से विमंदित बच्चों को कष्टों से राहत दिलवाना चाहते हैं। उन्होंने अब तक जो प्रयास किए हैं, उनसे अनेक विमंदित बच्चे स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कई शिविर भी लगाए हैं। उन्होंने माना कि जिस परिवार में विमंदित बच्चा होता है, उस परिवार को सामाजिक जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर विमंदित लड़की को अनेक परेशानियों से गुजरना होता है। डॉ. गोलेच्छा ने कहा कि उनके मोबाइल नंबर 09414303922, 01412562971 पर सम्पर्क कर विमंदित बच्चों के अभिभावक सलाह ले सकते हैं। 
(एस.पी.मित्तल) (22-05-17)
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