Wednesday 17 May 2017

#2584
आखिर तीन तलाक पर पीडि़त मुस्लिम औरतों के आंसू क्यों नहीं दिखते पर्सनल लॉ बोर्ड को। 
=====================
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से वो सभी तर्क दिए जा रहे हैं, जिसमें तीन तलाक की प्रथा भारत में कायम रहे। बोर्ड के वकील और कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने तो तीन तलाक को धार्मिक आस्था कहते हुए अयोध्या के राम मंदिर से जोड़ दिया। सिब्बल का बड़ा अजीब सा तर्क रहा कि जिस प्रकार हिन्दू समुदाय अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के प्रति आस्था रखता है, उसी प्रकार मुस्लिम समुदाय भी तीन तलाक के प्रति धार्मिक आस्था रखता है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही कह दिया कि यदि तीन तलाक मुस्लिम धर्म से सम्बन्ध रखता होगा तो फिर इस पर कोई निर्णय नहीं दिया जाएगा। सवाल उठता है कि क्या मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और तीन तलाक प्रथा के समर्थकों को उन मुस्लिम औरत के आंसू नहीं दिख रहे, जो एक झटके में तलाकशुदा हो गई। टीवी चैनलों पर अब तक ऐसी हजारों मुस्लिम औरतों के इंटरव्यू आ चुके हैं, जो तीन तलाक की प्रथा को बंद करने के पक्ष में है। ऐसी औरतों का कहना है कि इस प्रथा से उनका जीवन बर्बाद हो गया है। टीवी पर जब ऐसी औरतें रोते हुए अपनी पीड़ा सुनाती है तो देखने वालों के भी आंसू आ जाते हैं। कम से कम इन औरतों के आंसुओं का तो अहसास तीन तलाक के पक्षधरों को होना चाहिए। बड़ी अजीब बात है कि चैनलों पर मौलाना, मौलवी, मुफ्ती आदि मुस्लिम विद्वान यह तो मानते हैं कि पवित्र कुरान में तलाक की तीन माह की प्रक्रिया बताई गई है। लेकिन फिर भी एक साथ तीन तलाक की प्रथा को बंद करने की बात नहीं कहते। जबकि एक साथ तीन तलाक की प्रथा पाकिस्तान जैसे मुस्लिम देश में बंद है। यह माना कि भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और यहां हर व्यक्ति को अपने धर्म के अनुरूप रहने का अधिकार है। लेकिन यह भी सही है कि कोई भी धर्म अपने यहां की महिलाओं को परेशान और दुखी करने की शिक्षा नहीं देता। अच्छा हो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुस्लिम औरतों के आंसू रोकने का काम करे। 
(एस.पी.मित्तल) (17-05-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)

No comments:

Post a Comment