Saturday 14 May 2016

नागरिकों के जागरूकता दिखाने पर ही स्मार्ट सिटी की प्रतियोगिता में जीतेगा अजमेर।

#1353

वेबसाइट पर भी कमेन्ट्स नहीं कर रहे लोग।
------------------------------------
गत वर्ष जब अजमेर स्मार्ट सिटी की प्रतियोगिता से बाहर हो गया तो सभी ने जिला प्रशासन और भाजपा सरकार की जमकर आलोचना की। मीडिया ने भी खरी-खोटी सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब स्मार्ट सिटी के चयन के लिए प्रतियोगिता का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। इसके अंतर्गत केन्द्रीय नगरीय विकास मंत्रालय अजमेर के नागरिकों से स्मार्ट सिटी पर सुझाव आमंत्रित कर रहा है। इसके पीछे मंत्रालय का यही उद्देश्य है कि नागरिकों के सुझाव के अनुरुप स्मार्ट सिटी में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए मंत्रालय ने इकरा मैनेजमेंट कंसल्टिंग सर्विसेज लिमिटेड को ऑनलाइन सुझाव एकत्रित करने के लिए अधिकृत किया है। पिछले 15 दिनों से यह कंपनी अजमेर के नागरिकों से अपील कर रही है कि अधिक से अधिक संख्या में अपना नाम और मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड करवाकर सुझाव दें। लेकिन अफसोस है कि जो लोग मीडिया में आलोचना करते रहे वे अब सुझाव देने में सबसे पीछे हैं। अजमेर के लोगों के नकारात्मक रूख को देखते हुए ही अब यह कंपनी लैपटाप लेकर सार्वजनिक स्थानों पर केम्प लगा रही है। इसके साथ ही उच्च शिक्षण संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में जाकर भी ऑनलाइन सुझाव आमंत्रित किए जा रहे है। सवाल उठता है कि जब हम प्रतियोगिता से बाहर होते है तो सरकार को कोसते हैं, लेकिन जब स्वयं को जागरूकता दिखाने की जरूरत होती है तो अपने घरों से भी सक्रियता नहीं दिखाते। आज हर परिवार में इंटरनेट युक्त मोबाइल, लेपटॉप, कम्प्यूटर आदि हैं, लेकिन इसके बावजूद भी स्मार्ट सिटी के लिए एक क्लिक करने में भी रूचि नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि तो फिर अजमेर को स्मार्ट सिटी क्यों बनाया जाए? सरकार की कोई भी योजना तभी सफल होगी जब लोग जागरूकता दिखाएंगे।
कहां है भाजपा के एक लाख सदस्य :
गत वर्ष जब मोबाइल पर भाजपा का सदस्यता अभियान चला था, तब भाजपा की ओर से यह दावा किया गया कि अजमेर शहर में एक लाख लोगों ने भाजपा का सदस्य बनने में रूचि दिखाई है। सवाल उठता है कि सरकार के कार्यक्रम को सफल बनाने में भाजपा के एक लाख कार्यकर्ता सक्रिय क्यों नहीं होते? यदि भाजपा के आधे सदस्य भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर सुझाव दे दें तो अजमेर का चयन स्मार्ट सिटी में हो सकता है। ऐसा ही हाल कांग्रेस का भी है। कांग्रेस भी आलोचना करने में पीछे नहीं रहती, लेकिन अब ऑनलाइन सुझाव देने में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी कोई रूचि नहीं दिखा रहे है। शहर के स्वयंसेवी संगठन और स्वयं को जागरूक मानने वाले बुद्धिजीवी भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में रूचि नहीं दिखा रहे हंै। आज ऐसे लोग चुप बैठे हैं और कल जब दूसरे चरण में भी अजमेर का चयन नहीं हुआ तो यही लोग चिल्ल-पों करने में पीछे नहीं रहेंगे। अच्छा हो कि अजमेर के नागरिक जागरूकता दिखाए और अधिक से अधिक संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाकर सुझाव दें।
ऐसे दे सकते हैं सुझाव :
मैं अपने ब्लॉग के माध्यम से ऑनलाइन सुझाव देने का लिंक बता रहा हूं। नागरिक अपने मोबाइल लेपटाप, कम्प्यूटर आदि से इस लिंक के माध्यम से स्मार्ट सिटी पर अपने सुझाव दे सकते हैं। मेरा ब्लॉग पढऩे वाले अजमेरवासियों से विनम्र आग्रह है कि वे अधिक से अधिक सुझाव दें ताकि अजमेर भी द्वितीय चरण में स्मार्ट सिटी के लिए चयनित हो। स्मार्ट सिटी के लिए कंपनी की संपर्क अधिकारी मीनल केसरवानी ने बताया कि सरकारी एवं निजी संस्थानों की  मांग पर कैम्प भी लगाए जा रहे हैं। कोई भी संस्थान उनके मोबाइल नम्बर 9711-92-6456 पर प्रात: 10 से सायं 5 बजे के बीच केम्प लगवाने अथवा कोई जानकारी लेने के लिए संपर्क कर सकता है।
https://mygov.in/group-issue/smart-city-ajmer-city-hopes-round-2/
https://www.facebook.com/Smart-City-Ajmer-623029187819081/
https://www.fcebook.com/Amazing-Ajmer-1578609035688206/

नोट- फोटोज मेरे ब्लॉग spmittal.blogspot.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें। 

(एस.पी. मित्तल)  (14-05-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

No comments:

Post a Comment