Wednesday 4 May 2016

लालू यादव और बाबा रामदेव की दोस्ती के मायने? बाबा अब कंस नहीं संत हैं।



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4 मई को दिल्ली में आरजेड़ी के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के निवास पर बाबा रामदेव की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। लालू और बाबा के सामने पतंजलि के सभी प्रमुख उत्पाद रखे हुए थे। कभी बाबा रामदेव को कंस, ढोंगी और फर्जी बताने वाले लालू ने कहा कि बाबा रामदेव बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मैंने पूर्व में क्या कहा उसे भूल जाइए। मैं आज जो कह रहा हंू वही सत्य है। मैं तो बाबा रामदेव के उत्पादों का स्थाई ब्रांड एम्बेसडर हंू। बाबा ने जिस तेजी से भारत के बाजार में अपना कब्जा जमाया है, उससे विदेशी कंपनियां घबरा गई हैं। मैंने स्वयं बाबा के योग से अपने शरीर और मस्तिष्क को अच्छा बनाया है। बाबा जो अपने उत्पाद बेचते हैं, उसका पैसा देश में ही काम आता है। यानि लालू ने बाबा रामदेव की प्रशंसा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सुबह-सुबह जिस तरह दिल्ली में लालू के घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, उससे साफ पता चल रहा था कि सब कुछ प्रायोजित है। बाबा की ओर से टीवी चैनल वालों को पहले ही बुलाकर रखा गया था, इसलिए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का लाइव प्रसारण हुआ। देश के प्रमुख चैनलों पर कोई 15 मिनट तक बाबा और लालू छाए रहे। सब जानते हैं कि बाबा रामदेव पीएम नरेन्द्र मोदी के समर्थक हैं। आज बिहार में भले ही लालू कांग्रेस से मिलकर नीतिश सरकार को चला रहे हों, लेकिन केन्द्र में कांग्रेस का तख्ता पलटने में बाबा रामदेव की भी भूमिका रही थी। बाबा ने गत लोकसभा चुनाव में बिहार में भी योग सभाएं कर कांग्रेस और लालू प्रसाद को हराया था। लोकसभा चुनाव में तो लालू के परिवार के सभी सदस्य चुनाव हार गए। इसलिए 4 मई को जब लालू और रामदेव की दोस्ती सामने आई तो राजनीति के क्षेत्र में कयास लगाए जा रहे हैं। एक बार फिर यह तय हो गया है कि राजनीति में कोई किसी का स्थाई दुश्मन नहीं होता है। राजनीति पर नजर रखने वालों की मानें तो बाबा और लालू की दोस्ती का असर अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों पर पड़ सकता है। यह तो तय है कि सिर्फ अपने उत्पाद बेचने के लिए ही बाबा ने लालू से दोस्ती नहीं की। इसके पीछे राजनीतिक उद्देश्य तो है ही। क्या आने वाले दिनों में बाबा रामदेव की पहल पर नरेन्द्र मोदी और लालू प्रसाद की मुलाकात होगी? बिहार में जिस तरह से आरजेड़ी ने सत्ता में वापसी की है उसमें लालू और बाबा की दोस्ती को मजाक में नहीं लिया जा सकता है। जब लालू प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलेआम पतंजलि की क्रीम लगा रहे हो और एप्पल, एलोविरा आदि के ज्यूस पी रहे हो तो यह दोस्ती गुल तो खिलाएगी ही । 
नोट- फोटोज मेरे ब्लॉग spmittal.blogspot.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें। 

(एस.पी. मित्तल)  (04-05-2016)
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