Saturday 18 April 2015

राहुल की हवा बनाने में पायलट की खास भूमिका

कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की देशभर में हवा बनाने के लिए जो अभियान चल रहा है उसमें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट की भी खास भूमिका है। 18 अप्रैल को दिल्ली में राहुल के घर पर चुनिन्दा किसानों ने जो दस्तक दी उसमें पायलट ही सर्वेसर्वा रहे। यहां तक कि राहुल से मिलने वाले किसानों को चयन भी पायलट और उनकी टीम ने किया। राहुल कोई 56 दिन बाद 18 अप्रैल को पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए। 19 अप्रैल को दिल्ली में देशव्यापी किसान रैली हो रही है। यह रैली भी राहुल गांधी की हवा बनाने के लिए ही की गई है। जानकारों की माने तो 19 अप्रैल की किसान रैली और राहुल गांधी की देश वापसी एक सुनियोजित योजना है। पायलट के साथ हरियाणा के रणदीप सुरेजेवाला भी सक्रिय है। कांग्रेस के बूढ़े नेताओं को पीछे धकेलते हुए पायलट और सुरजेवाला जैसे युवा नेता अब राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को फिर से खड़ा करना चाहते है इसलिए 19 अप्रैल की रैली में दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा और राजस्थान से सबसे ज्यादा लोग पहुंचेंगे। पायलट तो राजस्थान से एक स्पेशल ट्रेन भी दिल्ली ले जा रहे हैं। इस ट्रेन का नाम भी नरेन्द्र मोदी किसान विरोधी ट्रेन रखा गया है। यानि अब कांग्रेस में युवा नेताओं का बोलबाला रहेगा और इसमें सचिन पायलट की भूमिका खास होगी। 19 अप्रैल की दिल्ली रैली के आयोजन में भी पायलट की योजना ही काम कर रही है। जानकारों का तो यहां तक कहना है कि बदली हुई परिस्थितियों में सचिन पायलट प्रदेश की राजनीति के बजाए राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाएंगे। हालांकि इस समय पायलट राजस्थान कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष है लेकिन उनकी रूचि राष्ट्रीय राजनीति में ज्यादा है। हो सकता है कि आने वाले दिनों में पायलट राजस्थान में अपने किसी समर्थक को अध्यक्ष बनवा दें और स्वयं राहुल गांधी के साथ राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाएं। राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पायलट को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन जब पायलट के नेतृत्व में लोकसभा का चुनाव लड़ा गया तो राजस्थान की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस हार गई। हारने वालों में अजमेर से स्वयं सचिन पायलट भी थे। पायलट ने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहते हुए सभी जिलों में अपने समर्थकों को कांग्रेस का पदाधिकारी बनाया है। अशोक गहलोत, सीपी जोशी, चन्द्रभान जैसे नेता फिलहाल किनारे लगे हुए है। देखना है कि पायलट सुरजेवाला जैसे युवा नेता राहुल गांधी की हवा कहां तक बनाते हैं।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

No comments:

Post a Comment