Saturday 4 April 2015

चेंजिंग रूम में यदि स्मृति ईरानी नहीं होती तो......

चेंजिंग रूम में यदि स्मृति ईरानी नहीं होती तो......
स्मृति इरानी कोई कॉलेज गर्ल नहीं है और न ही वे महेश भट्ट जैसे निर्देशक की किसी फिल्म की शूटिंग के लिए गोवा गई थीं। स्मृति ईरानी उस भारत देश की शिक्षा मंत्री है जहां सीता, दुर्गा, पार्वती आदि को देवी का दर्जा दिया गया है। पूरे देश में विदेशी कम्पनी फैब इंडिया की इसलिए आलोचना हो रही है कि गोवा के जिस शोरूम में स्मृति ईरानी ने चेंजिंग रूम में जाकर नए परिधान की फिटिंग को जांचा उस चेंजिंग रूम में खुफिया कैमरा लगा हुआ था। चूंकि स्मृति ईरानी केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री थी इसलिए खुफिया कैमरे को लेकर बवेला मच गया। हालांकि अब फैब इंडिया की ओर से कहा जा रहा है कि चेंजिंग रूम में कोई खुफिया कैमरा नहीं था। सच्चाई क्या है यह तो विस्तृत जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन सवाल उठता है कि यदि चेंजिंग रूम में स्मृति ईरानी नहीं होती तो क्या फैब इंडिया के खिलाफ इतनी बड़ी कार्यवाही होती? गल्र्स हॉस्टल के बाथरूम, होटल, कम्पनियों के चेंजिंग रूम आदि में पहले भी खुफिया कैमरे पकड़े गए है लेकिन तब इतनी बड़ी कार्यवाही नहीं हुई। यदि फैब इंडिया के गोवा के शोरूम के चेंजिंग रूम में खुफिया कैमरे ने स्मृति ईरानी को देखा है तो इससे शर्मनाक बात हो ही नहीं सकती। इस मामले में गोवा की भाजपा सरकार ही नहीं बल्कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार को भी सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। यदि हमारी कोई महिला मंत्री विदेशी कम्पनी के खुफिया कैमरे में देखी जाएगी तो फिर ऐसी विदेशी कम्पनी को भारत में कारोबार करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। जिस प्रकार स्मृति ईरानी के मामले में कार्यवाही हो रही है उसी प्रकार अन्य घटनाओं के समय भी बड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। इस मामले में स्मृति ईरानी की भूमिका पर भी विचार होना चाहिए। स्मृति ईरानी अपने पति जुबिन ईरानी के साथ गोवा में छुट्टिया मनाने के लिए गई थी और तभी उन्होंने फैब इंडिया के शोरूम से अपने लिए परिधान खरीदने का प्रयास किया। स्मृति ईरानी को भी अब यह समझना होगा कि वे देश के प्रमुख मानव संसाधन मंत्रालय की मुखिया है। इस मंत्रालय की मुखिया होने के नाते उनका यह भी कार्य है कि वे देश में हमारी भारतीय संस्कृति के अनुरुप शिक्षा को बढ़ावा दे। आरोपी फैब इंडिया के शोरूम के कर्मचारियों ने जांच पड़ताल में गोवा पुलिस को बताया है कि हमने स्मृति ईरानी को पहचाना ही नहीं। यानि स्मृति ईरानी वाकई अपने पति के साथ गोवा में छुट्टियां मनाने के मूड में थी। कोई केन्द्रीय मंत्री साधारण हैसियत से छुट्टियां मनाए तो यह अच्छी बात है लेकिन फिर भी उसे अपने पद की प्रतिष्ठा का तो ध्यान रखना ही होगा। यह माना कि स्मृति ईरानी की पृष्ठभूमि टीवी सीरियल वाली अभिनेत्री की रही है लेकिन अब तो स्मृति ईरानी केन्द्रीय मंत्री हैं। स्मृति ईरानी आज इस स्थिति में है कि वे अपने परिधान अपने घर मंगवा सकती है। अच्छा होता कि स्मृति ईरानी गोवा में छुट्टियां मनाने के बजाए गांव-ढाणी में रहने वाली ग्रामीण महिलाओं की शिक्षा पर विचार मंथन करती। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं को देश का प्रधान सेवक मानकर प्रतिदिन 18 से 20 घंटे काम कर रहे है तब उन्हीं का कोई मंत्री गोवा में जाकर छुट्टिया मनाए तो अंगुली तो उठेगी ही। स्मृति ईरानी को कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे देश के गरीब परिवारों की महिलाएं प्रेरणा ले सकें। हो सकता है कि मेरा यह ब्लॉग स्मृति ईरानी के प्रशंसकों को बुरा लगे, लेकिन मेरे इस ब्लॉग के भाव को भारतीय संस्कृति और मर्यादा के संदर्भ में पढ़ा जाए।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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