Thursday 30 April 2015

उधर नेपाल में गौमांस मसाले की सप्लाई तो इधर नवाज का पीएम मोदी को फोन

30 अप्रैल को पाकिस्तान की करतूत उजागर करने वाली दो घटनाएं एक साथ हुई। नेपाल में भूकम्प पीडि़तों को पाकिस्तान से जो राहत सामग्री प्राप्त हुई है उसमें गौमांस मसाले के पैकेट शामिल है। जब यह पैकिट लोगों तक पहुंचे तो नेपाल में हंगामा खड़ा हो गया क्योंकि नेपाल में सर्वाधिक हिन्दू परिवार है जो मांस का सेवन नहीं करते हैं। नेपाल के नागरिक पहले से ही भूकम्प से परेशान है और उस पर पाकिस्तान ने गौ मांस मसाले के पैकिट भेजकर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। इधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ ने 30 अप्रैल को ही पीएम नरेन्द्र मोदी को टेलीफोन किया। नवाज ने नेपाल में भारत के प्रयासों की सराहना तो की, साथ ही सुझाव दिया कि नेपाल में सार्क देशों को संयुक्त प्रयासों से मदद का अभियान चलाया जाए। इस समय नेपाल में सबसे ज्यादा मदद भारत की ओर से की जा रही है जिसकी प्रशंसा अमेरिका और चीन जैसे देशों ने भी की है। आज की प्रशंसा से ईष्या रखते हुए नवाज ने सार्क देशों के संयुक्त अभियान का सुझाव दिया है। पाकिस्तान नहीं चाहता कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रशंसा हो।
बाबा रामदेव की दवा पर बवाल
योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि फार्मेसी द्वारा बेची जाने वाली 'पुत्र जीवक दवाÓ को लेकर 30 अप्रैल को राज्यसभा और देश भर में जोरदार हंगामा हुआ। राज्यसभा सांसद के.सी. त्यागी ने कहा कि एक और पीएम मोदी हरियाणा से बेटी बचाओ अभियान की शुरूआत करते है तो हरियाणा सरकार के योग राजदूत बाबा रामदेव द्वारा पुत्र जीवक दवा बेची जा रही है। इस दवा का पैकेट पतजंलि फार्मेसी की दुकान से उन्होंने स्वयं खरीदा है। देश में वैसे ही लड़कियों की संख्या घटती जा रही है। उस पर बाबा रामदेव यदि पुत्र जीवक दवा बेचते है तो फिर प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ अभियान भी विफल हो जाएगा। त्यागी ने मांग की है कि बाबा रामदेव की सभी दवाओं पर तत्काल रोक लगाई जाए और बाबा को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाए। राज्यसभा में पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाब नबी आजाद और समाजवादी पार्टी के सांसद जया बच्चन ने भी बाबा रामदेव के खिलाफ जमकर जहर उगला। वहीं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी लढ्ढा ने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी। पतजंलि फार्मेसी की ओर से कहा गया है कि पुत्र जीवक दवा सिर्फ पुत्र प्राप्ति के लिए नहीं है बल्कि यह बांझपन दूर करने के लिए है। इस दवा का लिंग निर्धारण से कोई संबंध नहीं है। जिस तरह से कांग्रेस ने बाबा पर हमला बोला है उससे प्रतीत होता है कि कांग्रेस के नेताओं के मन में बाबा के प्रति बहुत गुस्सा है। यह गुस्सा इसलिए भी है क्योंकि कांग्रेस के शासन को उखाड़ फैंकने में बाबा रामदेव की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। कांग्रेस के शासन में बाबा को जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई अब भाजपा की केन्द्र और उनके राज्यों की सरकारें कर रही है। बाबा के उत्पादों की बिक्री से होने वाले मुनाफे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सभी न्यूज चैनलों पर खबरों से पहले बाबा का विज्ञापन दिखाया जाता है। अखबारों में भी एक पेज का नहीं बल्कि दो पेज के विज्ञापन एक साथ छपते हैं। बाबा की दवाओं ने मीडिया को भी मालामाल कर दिया है।
(एस.पी. मित्तल) (spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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