Saturday 13 June 2015

मेरिट घोटाले की जांच एसओजी से हो

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को यदि गंगापुर सिटी के क्रिएटिव पब्लिक स्कूल के 17 विद्यार्थियों के मेरिट में आने की सच्चाई पता लगानी है तो पूरे मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) से करवानी चाहिए। दसवीं की परीक्षा में एक ही स्कूल के 17 विद्यार्थियों के मेरिट में आने की जांच फिलहाल बोर्ड अपने स्तर पर कर रहा है। बोर्ड विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं और परीक्षा केन्द्र से संबंधित रिकॉर्ड की जांच तो कर सकता है लेकिन सामूहिक नकल, परीक्षा केन्द्र का निर्धारण आदि मामलों की जांच तो कोई एजेन्सी ही कर सकती है। वैसे भी इस पूरे मामले में सवाई माधोपुर जिले के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी देवीलाल मीणा और परीक्षा केन्द्र वाले स्कूल भगवती बालिका स्कूल के केन्द्र अधीक्षक फरेबी लाल मीणा की भूमिका को संदिग्ध माना जा रहा है। क्योंकि देवीलाल मीणा के पुत्र दीपक मीणा ने भी इसी परीक्षा केन्द्र पर बैठकर परीक्षा दी और मेरिट में तीसरा स्थान हासिल किया। बोर्ड की जो जांच टीम गंगापुर सिटी गई थी उसने क्रिएटिव और भगवती स्कूलों के सभी दस्तावेज जप्त कर लिए है। मेरिट में आने वाले सभी 17 विद्यार्थियों की अद्र्धवार्षिक और तिमाही टेस्ट की उत्तर पुस्तिकाएं भी जप्त की गई है। क्रिएटिव पब्लिक स्कूल का परीक्षा केन्द्र प्राइवेट भगवती स्कूल में बनाने और फिर सरकारी शिक्षक फरेबी लाल मीणा को केन्द्र अधीक्षक बनाने के मामले भी संदेह खड़ा करते हैं। चूंकि शिक्षा बोर्ड की परीक्षा के आयोजन में शिक्षा विभाग की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है इसलिए सभी पहलुओं की जांच बोर्ड के बस में नहीं है। एसओजी जैसी जांच एजेन्सी ही मेरिट की गड़बड़ी उजागर कर सकती है। यह बात अलग है कि अपनी प्रतिष्ठा का ख्याल करते हुए शिक्षा बोर्ड इस घोटाले की जांच एसओजी से न करवावे लेकिन राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह प्रदेश भर के विद्यार्थियों के भरोसे को कायम रखने के लिए मामले की जांच एसओजी से करें।
जी न्यूज को धमकी
शिक्षा बोर्ड की दसवीं की परीक्षा की मेरिट में एक ही स्कूल के 17 विद्यार्थियों के आने के मामले को प्रमुखता के साथ दिखाने वाले जी न्यूज के राजस्थान चैनल को धमकियां भी मिल रही है। जी न्यूज के राजस्थान के प्रभारी पुरुषोत्तम वैष्णव को फोन कर दबंगों ने न्यूज का प्रसारण रोकने के लिए कहा है। इतना ही नहीं इसी चैनल के गंगापुर सिटी के रिपोर्टर जयन्त सिंह चौधरी के खिलाफ भी शिकायत पुलिस में दी गई है। चौधरी ने ही क्रिएटिव पब्लिक स्कूल के टॉपर एकता अग्रवाल का इंटरव्यू लिया था। इस इंटरव्यू के प्रसारण के बाद ही दबंगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इंटरव्यू देने वाली एकता का परिवार भी अब दहशत के साए में जी रहा है। दबंग नहीं चाहते है कि मेरिट में एक ही स्कूल के 17 विद्यार्थियों के आने की कोई जांच पड़ताल हो, इस बीच स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने सवाई माधोपुर जिले के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी देवीलाल मीणा को सवाई माधोपुर से हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। देवनानी का कहना है कि मेरिट के मामले की निष्पक्ष जांच के लिए ही मीणा को हटाया गया है। दबंगों के आतंक की वजह से ही शिक्षा बोर्ड की जांच टीम गंगापुर सिटी से दो स्कूलों के दस्तावेज जप्त करने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। टीम के सदस्य ही जानते है कि किन परिस्थितियों में दस्तावेज एकत्रित किए गए है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

No comments:

Post a Comment