Tuesday 2 June 2015

तो खुल गई देवनानी की लॉटरी

मैंने गत 30 मई के अपने ब्लॉग में लिखा था कि प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी की लॉटरी खुलने वाली है। दो जून को मंत्रिमंडल की बैठक में जो फैसले लिए, उसमें तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के स्थानांतरण का अधिकार भी देवनानी के शिक्षा विभाग को ही दे दिया गया। अब तक यह काम पंचायतीराज विभाग के पास था। तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले पहले कांग्रेस शासन में भी दोनों विभागों की आपसी खींचतान की वजह से नहीं हुए थे और भाजपा के शासन में भी डेढ़ वर्ष से मामला अटका हुआ था, लेकिन 2 जून को पंचायतीराज अधिनियम में संशोधन कर प्राथमिक स्कूलों के भी सभी अधिकार शिक्षा विभाग को सौंप दिए हैं। इतना ही नहीं तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती का काम भी पंचायतीराज विभाग से ले लिया गया है। भर्ती का काम अब या तो देवनानी का शिक्षा विभाग करवाएगा या फिर नव गठित राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग करेगा। इसकी घोषणा बाद में की जाएगी। फिलहाल तो राजनीतिक क्षेत्रों में देवनानी का प्रभाव बढ़ा है। माना जा रहा है कि सीएम वसुंधरा राजे उच्च शिक्षा का प्रभार भी देवनानी को देना चाहती हैं। देखना है कि देवनानी की दूसरी लॉटरी कब खुलती है।
सराफ का विरोध जारी
वहीं अजमेर में उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ का दो जून को भी विरोध जारी रहा। सत्तारुढ़ भाजपा से जुड़े विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ने अजमेर के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य एम.एम.शर्मा को हटाने की मांग को लेकर सराफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन गत दो माह से लगातार चल रहा है। इसकी वजह से ही सराफ अजमेर भी नहीं आ पा रहे हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य की ओर से पुष्कर के निकट एक रिसोर्ट में राष्ट्रीय स्तर की इंजीनियरिंग कार्यशाला चल रही है। इस कार्यशाला में सराफ को भी भाग लेना था, लेकिन अपनी ही पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते सराफ अजमेर नहीं आए। परिषद के प्रदेश सचिव चन्द्रभान गुर्जर तथा महानगर मंत्री हंसराज चौधरी ने आरोप लगाया है कि उच्च शिक्षा मंत्री सराफ के संरक्षण के कारण ही शर्मा को अजमेर में बनाए रखा गया है। जबकि गत कांग्रेस के शासन में जब सराफ विपक्ष में थे, तो उन्होंने विधानसभा में एम.एम.शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन अब मंत्री बनने के बाद सराफ ही शर्मा को संरक्षण दे रहे हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि शर्मा को जब तक अजमेर से नहीं हटाया जाता, तब तक विद्यार्थी परिषद का विरोध जारी रहेगा।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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