Thursday 25 June 2015

अजमेर को स्मार्ट बराक ओबामा बनाएंगे या नरेन्द्र मोदी।


(spmittal.blogspot.in)

घोषणाओं के गड़बड़झाले में उलझा अजमेर
पीएम नरेन्द्र मोदी पिछले दिनों जब अमरीका की यात्रा पर गए तब अजमेर सहित देश के तीन प्रमुख शहरों को स्मार्ट बनाने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा की उपस्थिति में एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। तब जोर शोर से घोषणा की गई कि अमरीका के सहयोग से अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा। अब 25 जून को दिल्ली के विज्ञान भवन में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पीएम नरेन्द्र मोदी ने देशभर के तीस शहरों को स्मार्ट बनाने की घोषणा की। इसमें राजस्थान के जो चार शहर शामिल किए गए उसमें अजमेर भी है। 25 जून को घोषित स्मार्ट सिटी वाले शहरों में अजमेर भी है, इसलिए नगर निगम के मेयर कमल बाकोलिया और सीईओ एच.गुइटे को भी बुलाया गया। सवाल उठता है कि आखिर अजमेर को स्मार्ट कौन बनाएगा? जब अमरीका की यात्रा में मोदी ने ओबामा से एमओयू साइन कर लिया तो फिर 25 जून को देश के 30 शहरों में अजमेर को क्यों शामिल किया गया? ऐसा प्रतीत होता है कि घोषणाओं के गड़बड़ झाले में अजमेर की स्मार्टनेस फंस गई। इसे मजाक ही कहा जाएगा कि एक ओर अमरीका में उद्योगपति अजमेर आकर अपने उद्योगों के लिए मुफ्त की जमीन तलाशते हैं तो दूसरी ओर दिल्ली में नरेन्द्र मोदी केन्द्र की स्मार्ट सिटीज मिशन में अजमेर को शामिल करते हैं। जब इस मिशन में अजमेर को स्मार्ट बनाया जाएगा तो फिर अमरीका के साथ कौन सा एमओयू किया गया। इसे भी मजाक ही कहा जाएगा कि राज्य सरकार ने अजमरे को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जो कमेटी का गठन कियागया उसका अध्यक्ष संभागीय आयुक्त धर्मेन्द्र भटनागर को बनाया गया, जबकि दिल्ली में 25 जून को हुए स्मार्ट सिटीज मिशन के कार्यक्रम में मेयर और सीईओ को आमंत्रित किया गया। यानि स्मार्ट सिटी की कार्य योजना पर ही तालमेल नहीं है। बेचारे भटनागर ने तो अति उत्साह में स्मार्ट सिटी के लिए सब कमेटियों का गठन भी कर दिया। भटनागर अब तक लाखों रुपया स्मार्ट सिटी के लिए खर्च कर चुके हैं। सवाल उठता है कि जब कमेटी अध्यक्ष भटनागर को बना रखा तो फिर पीएम के कार्यक्रम में मेयर और सीईअेा को क्यों बुलाया? क्या भटनागर अमरीका और मेयर बाकोलिया केन्द्र की योजना के तहत अजमेर को एक साथ स्मार्ट बनाएंगे? स्मार्ट सिटी की घोषणाओं का जो गड़बड़झाला चल रहा है। उससे भटनागर को भी सबक ले लेना चाहिए। भटनागर अब सब कमेटियों की बैठक कर सरकारी धन का दुरुपयोग बंद करें। जब केन्द्र की योजना के तहत अजमेर को स्मार्ट बनाया जा रहा है तो फिर भटनागर अजमेर विकास प्राधिकरण के धन को क्यों बर्बाद कर रहे हैं। अच्छा हो कि भटनागर पहले यह स्पष्ट हो जाने दे कि अजमेर को स्मार्ट अमरीका बनाएगा या फिर नरेन्द्र मोदी की केन्द्र सरकार । भाजपा के जो नेता स्मार्ट सिटी के लिए अपनी पीठ थपथपा रहे थे, उन्हें भी यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर अजमेर को स्मार्ट कौन बनाएगा? अगस्त में होने वाले नगर निगम के चुनाव में स्मार्ट सिटी का मुद्दा ही चुनावी मुद्दा बनेगा।
(एस.पी. मित्तल) M-09829071511

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