अजमेर कलेक्टर से नाराज हैं सीएम राजे
5 दिसम्बर को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक खोजपूर्ण रिपोर्ट को सही माने तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अजमेर की जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि ए.मलिक से नाराज हैं। सीएम ने कलेक्टरों को जन समस्याओं के समाधान के लिए जो दिशा निर्देश दिए, उससे अन्य जिलों के कलेक्टर्स के साथ अजमेर कलेक्टर का नाम भी शामिल है। भास्कर के अनुसार प्रदेश के मुख्य सचिव ने डॉ. मलिक की परफॉर्मेंस को जीरो माना है। यानि डॉ. मलिक ने अजमेर में कोई कार्य कर ही नहीं रही हैं। इसी से मुख्यमंत्री खफा है। अजमेर के मामले में सीएम की नाराजगी इसलिए भी मायने रखती है कि पीएम नरेन्द्र मोदी अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने जा रहे हंै। सवाल उठता है कि जब कलेक्टर की परफॉर्मेंस ही जीरो है तो अजमेर स्मार्ट सिटी कैसे बनेगा। कलेक्टर के अधीन काम करने वाले अधिकारी तो माइनस जीरो हो जाएंगे। भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि चार दिसम्बर को जब जीरो परफॉर्मेंस पर डॉ. मलिक की प्रतिक्रिया लेनी चाही, तो उन्होंने फोन ही अटेंड नहीं किया। जब भास्कर जैसे ताकतवर मीडिया का फोन ही अटेंड नहीं होता तो फिर अधिनस्थ प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा गरीब जनता की सुनवाई कैसे होती होगी? गत माह अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले के समापन समारोह में भी भाग नहीं लेकर कलेक्टर डॉ. मलिक ने सबको चौंका दिया था। हालांकि इस समारोह में संभागीय आयुक्त धर्मेन्द्र भटनागर उपस्थित थे। देखना कि परफॉर्मेंस सुधारने के लिए अजमेर सहित अन्य कलेक्टर्स क्या करते हैं। यह भी देखना कि जीरो परफॉर्मेंस वाले कलेक्टर्स के प्रति सीएम की नाराजगी कहां तक जाती है। अलबत्ता सीएम ने यह जाहिर कर दिया है कि उनकी नजर प्रदेश की नौकरशाही के काम पर लगी हुई है।
-(एस.पी.मित्तल) (spmittal.blogspot.in)
Friday, 5 December 2014
अजमेर कलेक्टर से नाराज हैं सीएम राजे
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment