Thursday 4 December 2014

भारत में मुस्लिम राजनीति और हालातों की जानकारी ले अमरीका

भारत में मुस्लिम राजनीति और हालातों की जानकारी ले अमरीका
नई दिल्ली स्थित अमरीका दूतावास के वरिष्ठ राजनीतिक सलाहकार ए.सुकेश, राजनीतिक अधिकारी मरियम ए.सीमेंटवाला आदि अधिकारियों ने 4 दिसम्बर को अजमेर के होटल मानसिंह में शहर के चुनिंदा लोगों से मुलाकात कर राजस्थान और देश के हालातों के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने कहा  कि प्राप्त जानकारी को अमरीका स्थित वाशिंगटन भेजा जाता है और इन्हीं जानकारियों के आधार पर ही भारत के प्रति अमरीका की नीति बनती है। उन्होंने कहा कि भारत में होने वाली घटनाओं पर अमरीका की नजर रहती है, क्योंकि अमरीका के लिए अब भारत एक महत्त्वपूर्ण देश हो गया है। इस मुलाकात में मैंने (एस.पी.मित्तल) स्पष्ट कहा कि अमरीका अब सबसे पहले भारत में मुस्लिम राजनीति और हालातों की जानकारी प्रांतवार लेनी चाहिए, क्योंकि देश और प्रदेश में राजनीतिक दलों की राजनीति को मुसलमान ही प्रभावित करते हैं। जिन राज्यों में भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने हैं, उनमें तथा उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश जैसे मुस्लिम बहुल राज्यों में भी मुसलमान ही राजनीति को प्रभावित करते हैं। कोई दल स्वयं को कितना भी धर्म निरपेक्ष दल कहे, लेकिन निर्णयों के पीछे मुस्लिम मतदाता ही नजर आते हैं। अमरीका को यदि हकीकत में भारत की राजनीति समझनी है तो उसे पहले मुस्लिम राजनीति और हालातों को समझना चाहिए। उन हालातों का अध्ययन किया जाए, जिसमें गत लोकसभा चुनाव में भाजपा को 284 सीटें मिली। तीस वर्ष बाद यह पहला अवसर रहा, जब किसी एक राजनीतिक दल को बहुमत मिला। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के उभरने के बाद राज्यों में भी जिस तरह कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों का सफाया हुआ, वह देश की राजनीति में हुआ महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी बार-बार कह रहे हैं कि अलकायदा, आईएस जैसे आतंककारी संगठनों से भारत को जबर्दस्त खतरा है। इन संगठनों की वजह से हम पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, इराक, सीरिया आदि देशों के हालात देख रहे हैं। खुद अमरीका को भी इन संगठनों की वजह से जोरदार खतरा है। भारत में शांति बनी रहे, यह अमरीका की भी जिम्मेमदारी है। पाकिस्तान को लेकर अमरीका को अपनी नीति में तत्काल परिवर्तन करना चाहिए। अमरीका ऐसे अध्ययन पिछले कई वर्षों से कर रहा है, लेकिन अमरीका ने अपनी नीति में बदलाव नहीं किया है। आज भी अमरीका बड़ी मात्रा में पाकिस्तान को हथियार देता है। ऐसे हथियार भारत के ही खिलाफ इस्तेमाल होते हैं। राजस्थान और देश के हालात ऐसे हो गए हें, जिनमें जुलूसों को लेकर साम्प्रदायिक तनाव हो जाते हैं। शायद ही ऐसा कोई प्रांत बचा है जहां छोटी-छोटी बातों को लेकर साम्प्रदायिक तनाव न होते हों। दोनों पक्षों के लोग भाईचारे की बात तो करते हैं, लेकिन फिर भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। अमरीका दूतावास के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर के देशों को मुस्लिम राजनीति प्रभावित कर रही है। संविधान में धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था होने से भारत के हालात कुछ ज्यादा ही बदत्तर हैं। अमरीका के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि वाशिंगटन भेजे जाने वाली रिपोर्ट में इन तथ्यों को भी शामिल किया जाएगा।
सीमेंटवाला और सुकेश ने स्पष्ट किया, यह दौरा अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए नहीं है। अजमेर के पूर्व सांसद विष्णु मोदी ने अमरीकी अफसरों को बताया कि राजस्थान में गत कांग्रेस की सरकार की योजनाएं अच्छी थी, लेकिन विधानसभा के चुनाव में इन योजनाओं का राजनीतिक लाभ नहीं उठाया जा सका। इसके विपरित नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे के नेतृत्व का ऐसा जादू चला कि कांग्रेस को विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा। हाल में 46 निकाय के चुनावों में भी कांग्रेस की करारी हार हुई है। मोदी ने कहा कि राजस्थान में प्रचुर मात्रा में खनिज पदार्थ है, जिनका नई तकनीक के साथ उत्पादन और उपभोग होना चाहिए। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि भाजपा की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गत कांग्रेस शासन की किसी भी लोकप्रिय योजना को बंद नहीं किया है। अब ऐसी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है। शेखावत ने बताया कि राजस्थान में विदेशी निवेश के लिए मुख्यमंत्री ने हाल ही में दुबई में कॉन्फ्रेंस की है। मुख्यमंत्री चाहती हैं कि प्रदेश का विकास तेजी से हो। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजेश टंडन ने भाजपा और कांग्रेस की राजनीति को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में गणतंत्र और स्वतंत्रता दिवस के समारोहों में भूटान जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्षों को बुलाया जाता रहा है, लेकिन इस बार आगामी गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भाग लेंगे। ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर हुआ। यह भारत के लिए गर्व की बात है।  टंडन ने कहा कि प्रदेश में भाजपा को जो प्रचंड बहुमत मिला है, उसका मुकाबला करने में कांग्रेस विफल रही है। टंडन ने अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अमरीका का आभार जताया। पुष्कर नगर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक ने कहा कि अमरीका जो भी योजनााएं बनाएं उसमें पुष्कर तीर्थ को भी शामिल किया जाए। पाठक ने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए मुख्यमंत्री राजे बेहद चिन्तित हैं। दूरदर्शन पर खेल कमेन्ट्री करने वाले रणजीत मलिक ने कहा कि राजस्थान में राजनीतिक दृष्टि से दो ही दल हैं, जो बारी-बारी से पांच-पांच वर्ष राज करते हैं। प्रदेश की जनता के पास तीसरा कोई विकल्प नहीं है। शिवदत्त पाराशर ने कहा कि जो देश खेलों में कीर्तिमान स्थापित करता है, वहीं देश आगे बढ़ता है, जैसे अमरीका और चीन।
अमरीका के अधिकारियों ने कहा कि अजमेर से एकत्रित की गई सूचनाएं महत्त्वपूर्ण रही हैं। अधिकारियों ने जिला कलेक्टर आरुषि मलिक से भी मुलाकात की। अधिकारियों ने मेयो कॉलेज शिक्षण संस्थान की गतिविधियों की भी जानकारी ली।
राजस्थान महिला कल्याण मंडल और मीनू मनोविकास केन्द्र की संचालिका क्षमा आर. कौशिक ने दूतावास के अधिकारियों को एक पत्र दिया। पत्र में कहा गया कि अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाते समय विमंदित बच्चों और विकलांग लोगों की जरुरतों का भी ख्याल रखा जाए। वर्तमान में ट्रेफिक लाइटों पर भी विकलांगों के लिए कोई सुविधा नहीं है। (एस.पी.मित्तल) (spmittal.blogspot.in)

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