Friday 1 May 2015

भास्कर की खबर से डरे बोर्ड अध्यक्ष चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की

दैनिक भास्कर के अजमेर संस्करण में एक मई को खबर प्रकाशित हुई कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बी.एल.चौधरी पिछले एक सप्ताह से बोर्ड में नहीं आ रहे हैं, वहीं उदयपुर की पुलिस बोर्ड कार्यालय में डेरा जमाकर नम्बर घोटाले की जांच कर ही है। इस खबर का इतना असर हुआ कि एक मई को प्रो. चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला ली। खुद चौधरी भी बोर्ड में आकर बैठ गए। असल में जैसे अध्यक्ष है, वैसे ही बोर्ड के सचिव महेन्द्र प्रकाश शर्मा। बोर्ड अध्यक्ष दफ्तर नहीं आते तो सचिव दफ्तर में रहते हुए बात नहीं करते। यहां तक कि शर्मा ने अपना मोबाइल नम्बर भी छिपाकर रखा हुआ है। यह बात अलग है कि बोर्ड से मोबाइल का खर्चा भी वसूलते हैं। बोर्ड में जो घोटाले हो रहे है, उसकी न तो अध्यक्ष को परवाह है और न ही सचिव जिम्मेदारी लेने को तैयार है। यहां तक कि बोर्ड का पक्ष भी प्रभावी तरीके से रखा जा रहा है। बोर्ड के इतिहास में इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि गोपनीय शाखा के कर्मचारियों को रिश्वत देकर उन शिक्षकों के नाम और पते हासिल कर लिए जो उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का काम कर रहे हैं। रिश्वत का काम बोर्ड अध्यक्ष और सचिव की नाक के नीचे हुआ और उन्हें भनक तक नहीं लगी। इसकी वजह यही है कि प्रो. बी.एल.चौधरी के अध्यक्ष के कामकाज में रुचि नहीं है और सचिव शर्मा सिर्फ बोर्ड की सुविधाओं का उपभोग कर रहे हैं। एक मई को प्रो. चौधरी ने स्वीकार किया कि शिक्षा माफिया बोर्ड की गोपनीयता में सेंध लगाने में सफल हो गया है।
(एस.पी. मित्तल) (spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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