Tuesday 26 May 2015

मोदी के डर से एकजुट हुए भाजपाई

यूं तो अजमेर के भाजपा नेता राजनीतिक कारणों से एक-दूसरे से उलझते रहते हैं, लेकिन 26 मई को केन्द्र की भाजपा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के नेता एकजुट नजर आए। भले ही ऐसे नेताओं का मन मिला हुआ न हो, लेकिन शरीर से एक स्थान पर बैठे रहे। ऐसा पीएम नरेन्द्र मोदी के डर की वजह से ही हुआ। असल में भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व से ही यह संदेश आया था कि जिले के प्रभारी मंत्री संवाददाता सम्मेलन करेंगे और इसमें भाजपा के जिला अध्यक्ष और मंत्री एवं सभी विधायक उपस्थित रहेंगे। प्रभारी मंत्री क्या बोलेंगे, इसकी सामग्री भी दिल्ली से ही आयी। यही वजह रही कि संवाददाता सम्मेलन में प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी ने उन्हीं बिन्दुओं पर बात कही जो केन्द्र द्वारा भेजे गए थे। अजमेर दक्षिण क्षेत्र की भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल भीलवाड़ा की प्रभरी मंत्री हैं, लेकिन इसे मोदी का ही डर कहा जाएगा कि उन्होंने अपनी उपस्थिति अजमेर के संवाददाता सम्मेलन में भी दर्ज करवाई और दोपहर बाद भीलवाड़ा पहुंचकर प्रभारी मंत्री की भूमिका निभाई। किशनगढ़ के भाजपा विधायक भागीरथ सिंह चौधरी को एक पारिवारिक कार्य से जाना था, लेकिन चौधरी ने भी भी सबसे पहले अजमेर के संवाददाता सम्मेलन में उपस्थिति दर्ज करवाई। भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बी.पी.सारस्वत ने चौधरी की जल्दबाजी पर स्पष्ट कह दिया कि सभी विधायकों को उपस्थित रहना है। पुष्कर के विधायक सुरेश सिंह रावत, ब्यावर के विधायक शंकर सिंह रावत ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। मसूदा की विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा और केकड़ी के विधायक शत्रुघ्न गौतम की गैर मौजूदगी पर आश्चर्य रहा। इस संवाददाता सम्मेलन और फिर अखबारों में छपने वाली खबरों की रिपोर्ट भी प्रभारी मंत्री को और संगठन के जिला अध्यक्षों को केन्द्रीय नेतृत्व को भेजनी है। शहर जिला अध्यक्ष अरविंद यादव और जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया भी पत्रकारों के समक्ष उपस्थित रही। हालांकि देवनानी के अलावा किसी भी भाजपा नेता ने संबोधन नहीं किया। संवाददाता सम्मेलन में जिलाध्यक्षों, विधायकों, मंत्रियों के उपस्थित रहने के बाद भी नहीं बोलने का निर्णय भी केन्द्रीय नेतृत्व के द्वारा ही किया गया।
केन्द्रीय मंत्री भी डरे
अजमेर के सांसद और केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री सांवरलाल जाट को भी पीएम मोदी का डर रहा। तय कार्यक्रम के अनुसार जाट को प्रात: 10:30 बजे जयपुर में राज्यस्तरीय विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन करना था, लेकिन इस बीच अजमेर के डीआरएम नरेश सालेचा ने रेलवे के स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत करने का निमंत्रण जाट को दे दिया। रेलवे के निमंत्रण से पहले जयपुर का कार्यक्रम निर्धारित नहीं था, इसलिए जाट ने प्रात: 9 बजे का समय निर्धारित कर दिया, लेकिन 25 मई को जब जयपुर का कार्यक्रम घोषित हुआ, तो जाट ने डीआरएम सालेचा से कहा कि वे अजमेर रेलवे स्टेशन के कार्यक्रम का समय प्रात: 8:30 बजे का कर लें। यह मोदी का ही डर रहा कि जाट 8:20 मिनट पर ही रेलवे स्टेशन पर आ गए और स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत झाडू लगाकर की। धोती और कुर्ता पहनने वाले जाट ने डीआरएम सालेचा द्वारा दी गई टी-शर्ट को भी पहना। इतना ही नहीं टोपी भी लगाई। जाट ने यह सुनिश्चित किया कि प्रेस फोटोग्राफरों ने फोटो खींची या नहीं। असल में जाट को यह पता है कि डीआरएम सालेचा ही सफाई पखवाड़े की रिपोर्ट बनाकर केन्द्रीय रेलमंत्री को भेजेंगे। बाद में यह रिपोर्ट पीएम तक जाएगी। सालेचा ने केन्द्र से प्राप्त निर्देशों के मुताबिक अजमेर शहर के दोनों भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी और अनिता भदेल को भी शुभारंभ के मौके पर आमंत्रित किया था, लेकिन यह दोनों ही रेलवे स्टेशन पर नहीं आए। अलबत्ता जाट ने समारोह में मात्र 10 मिनट की उपस्थिति दर्ज करवाई और तुरंत जयपुर के लिए रवाना हो गए। यदि पीएम मोदी का डर नहीं होता तो जाट भी अजमेर के रेलवे स्टेशन पर नहीं आते।
दफ्तर विहीन है भाजपा और कांग्रेस
कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि अजमेर में पार्टी के कार्यालय नहीं है। यही वजह रही कि 26 मई को संवाददाता सम्मेलन भाजपा के पुराने नेता धर्मेश जैन के एम्बेसी होटल के रेस्टोरेंट में किया गया। इसी दिन कांग्रेस ने भी विरोध करने का ऐलान किया। जयपुर रोड स्थित मदन निवास से कार्यालय छिन जाने के बाद अब कांग्रेसी भी अपने आयोजनों के लिए दर-दर भटकते हंै। 26 मई को भी कांग्रेसी राज्य सरकार के डाकबंगले में एकत्रित हुए और फिर एक जुलूस के रूप में क्षेत्रीय सांसद जाट के सिविल लाइन स्थित निवास पर पहुंचे। यहां कांगे्रसियों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
एस.पी.मित्तल (spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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